करंट टॉपिक्स

श्रीराम जन्मभूमि की मुक्ति हेतु गुरु गोविंद सिंह जी भी दो बार लड़े

विनोद बंसल खालसा पंथ के संस्थापक दशमेश गुरु श्री गोविन्द सिंह जी का हमारे देश, धर्म व संस्कृति की रक्षा हेतु योगदान विश्व इतिहास में...

29 दिसम्बर, 1908 – वीर सावरकर ने लंदन में मनाया था गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्मोत्सव

जो लोग काम-धंधे या अन्य किसी कारण से विदेश में बस जाते हैं, वे लम्बा समय बीतने पर प्रायः अपनी भाषा-बोली, रीति-रिवाज खान-पान और धर्म-कर्म...

वीर बाल दिवस – गुरुपुत्रों का बलिदान और मुगलिया दहशतगर्दी

नरेंद्र सहगल क्रूर मुगल शासक औरंगजेब की मजहबी दरिंदगी और दहशतगर्दी को खुली चेतावनी देने वाले गुरु पुत्रों के महान बलिदान का संबंध किसी एक...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग नौ

“सवा लाख से एक लड़ाऊँ, तबे गोबिंद सिंह नाम कहाऊँ” नरेंद्र सहगल ‘मानवता-घातक’ राक्षसी वृति से ओत-पोत मुगल शासकों ने खून की नदियां बहाकर समस्त...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग आठ

अमृत शक्ति-पुत्रों का वीरव्रती सैन्य संगठन नरेंद्र सहगल संपूर्ण भारत को ‘दारुल इस्लाम’ इस्लामिक मुल्क बनाने के उद्देश्य से मुगल शासकों द्वारा किए गए और...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग सात

अत्याचारी मुगल शासन के विरुद्ध दशमेश पिता ने बजाई रणभेरी नरेंद्र सहगल गुरु नानकदेव जी ने भारतवर्ष की सांस्कृतिक धरोहर हिन्दू धर्म और हिन्दू समाज...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग छह

गुरु गोबिन्द सिंह जी का जीवनोद्देश्य धर्म की स्थापना, अधर्म का नाश नरेंद्र सहगल ‘हिन्द दी चादर’ अर्थात भारतवर्ष का सुरक्षा कवच सिक्ख साम्प्रदाय के नवम्...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग तीन

गुरु अंगददेव जी, गुरु अमरदास जी, गुरु रामदास जी का महत्वपूर्ण योगदान नरेंद्र सहगल संत शिरोमणि गुरु नानक देव जी महाराज ने भारत की सशस्त्र...

दशगुरु परम्परा को सच्ची श्रद्धांजलि ‘अखंड भारत’

दशकों से गुरुद्वारों में सामूहिक रूप से प्रतिदिन यह अरदास भी की जाती है कि ‘श्री ननकाना साहिब सहित अन्य गुरुद्वारे एवं गुरुधाम जिनसे पंथ...

त्याग, बलिदान, परमार्थ और पराक्रम की अनूठी परंपरा और खालसा-पंथ

प्रणय कुमार जब राष्ट्राकाश गहन अंधकार से आच्छादित था, विदेशी आक्रांताओं एवं आतताइयों द्वारा निरंतर पदाक्रांत किए जाने के कारण संस्कृति-सूर्य का सनातन प्रकाश कुछ...