करंट टॉपिक्स

औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर निकल नया नैरेटिव स्थापित करने की आवश्यकता – दत्तात्रेय होसबाले जी

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि सत्य की खोज करना भारत की परंपरा रही है, लेकिन भारत शब्द...

चित्रकूट – ग्रामोदय मेला में शरदोत्सव की शाम रही कुमार विश्वास के नाम

चित्रकूट. राष्ट्र ऋषि नानाजी देशमुख की जयंती पर 9 अक्तूबर से दीनदयाल शोध संस्थान के दीनदयाल परिसर चित्रकूट में चल रहे बहुवर्णी कलाओं पर आधारित...

पुण्यस्मरण – भारतीय राजनीति के महान सोशल इंजीनियर थे नानाजी…

जयराम शुक्ल "दूसरी गुलामी से मुक्ति का आंदोलन परवान पर नहीं चढ़ता, यदि जेपी को नानाजी जैसे सारथी नहीं मिले होते." वैचारिक पृष्ठभूमि अलग-अलग होते...

यादों में आपातकाल – दो

जब जेपी की हुंकार से सिंहासन हिल उठे! जयराम शुक्ल कांग्रेस के अध्यक्ष देवकांत बरुआ का नारा इंदिरा इज इंडिया गली कूँचों तक गूंजने लगा....

यादों में आपातकाल – एक

अनुशासन का शर्मनाक यातना पर्व...! जयराम शुक्ल पंद्रह अगस्त, 26 जनवरी यदि सरकारी आयोजन न होते तो पब्लिक इन्हें कब का भुला चुकी होती. लेकिन...

एकात्ममानव दर्शन और सप्तक्रांति के आदर्शों को जमीन पर उतारने के लिए समर्पित जीवन

"दूसरी गुलामी से मुक्ति का आंदोलन परवान पर नहीं चढ़ता यदि जेपी को नानाजी जैसे सारथी नहीं मिले होते." वैचारिक पृष्ठभूमि अलग-अलग होते हुए भी...

जेपी और नानाजी – लोकनीति को राजनीति से ऊपर रखा

जयराम शुक्ल अक्तूबर का महीना बड़े महत्व का है. पावन, मनभावन और आराधन का. भगवान मुहूर्त देखकर ही विभूतियों को धरती पर भेजता है. 02...