करंट टॉपिक्स

जनजाति संस्कृति के संरक्षक मामा बालेश्वर दयाल

भारत में सब ओर विविधता दिखाई देती है. शहर से लेकर गाँव, पर्वत, वनों तक में लोग निवास करते हैं. मध्य प्रदेश और गुजरात की...

देश अपने प्रतीक चिन्हों को उनके ‘स्व’ के आधार पर चुनते हैं

राजा भोज की नगरी में नर्मदा साहित्य मंथन के तृतीय सोपान का उद्घाटन धार. नर्मदा साहित्य मंथन का तृतीय सोपान माँ नर्मदा के पूजित जल...

आदिवासी बहुल झाबुआ में निकली कांवड़ यात्रा, आसपास के गांवों से हजारों महिलाएं-नागरिक हुए सम्मिलित

झाबुआ (विसंके). विश्व हिन्दू परिषद मालवा प्रांत द्वारा प्रतिवर्षानुसार जनजाति बहुल जिला झाबुआ में निकाली गई कांवड़ यात्रा में गांव-फलियों से आई मातृशक्ति-युवाओं ने हिस्सा...

जनजातीय समाज के उत्थान और धर्मांतरण से मुक्ति हेतु संकल्पित हिन्दू समाज – विनोद बंसल

नई दिल्ली. विश्व हिन्दू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि जनजाति समाज के उत्थान यानी सर्वांगीण विकास के साथ धर्मांतरण के अभिशाप से...

सेवांकुर के माध्यम से सेवा का बीज सभी चिकित्सकों तक जाना चाहिए – राज्यपाल मंगुभाई पटेल

इंदौर (विसंकें). सेवांकुर भारत संस्था का 'एक सप्ताह देश के नाम' उपक्रम गतवर्ष से देश के विभिन्न क्षेत्रों में संपन्न हुआ है. इस वर्ष यह...

बड़ा घोंसलिया के छात्रों ने बनाया झाबुआ – आलीराजपुर का 3डी मानचित्र

झाबुआ. विशाल हलमा कार्यक्रम में छात्रावास के बालकों ने हलमा स्थल हाथीपावा हवाई पट्टी पर झाबुआ एवं आलीराजपुर का संयुक्त 3डी मानचित्र 100×50 वर्ग फीट...

झाबुआ – जल संरक्षण के लिए हलमा का आयोजन, चार घंटे में 35 हजार जल संरचनाओं का निर्माण

झाबुआ (विसंकें). हलमा यानि सामूहिक श्रमदान की समृद्ध परंपरा का अनूठा दृश्य झाबुआ में देखने को मिला. हाथीपावा की पहाड़ी पर भगीरथों ने चार घंटे...

25 जनवरी की रात नहीं भूल पाएंगे; पद्मश्री परमार दंपती की संघर्ष यात्रा

झाबुआ. रातीतलाई (झाबुआ) निवासी परमार दंपती का कहना है कि 25 जनवरी की रात हम ताउम्र नहीं भूल पाएंगे. रात 10.30 बजे फोन आया, सामने...

झाबुओ जाग गयो है…..

अहा! कितना सुखद है ये! ये झाबुआ की हाथीपावा की पहाड़ी का चित्र है, आज एक समाचार पत्र में छपा है. ये झाबुआ के सामान्य...

38 परिवारों के 184 लोगों ने सनातन धर्म में वापसी की

झाबुआ. मध्यप्रदेश के झाबुआ जिला से संबंधित 38 परिवारों के 184 ग्रामीणों ने पुनः सनातन धर्म स्वीकार कर लिया. पूर्व में किन्हीं कारणों से मतांतरण...