गुरु-शिष्य परंपरा भारत की गौरवमयी परंपरा रही है. चाणक्य-चंद्रगुप्त, स्वामी रामकृष्ण परमहंस-स्वामी विवेकानंद, स्वामी विरजानंद-दयानंद सरस्वती गुरु-शिष्य परंपरा के ऐसे अनेक अनूठे उदाहरण हैं. संत...
सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी आचरण एवं नागरिक कर्तव्य पर जागरुकता से लाएंगे समाज में परिवर्तन सेवा कार्य तथा कुटुम्ब प्रबोधन का कार्य...