करंट टॉपिक्स

वीर बाल दिवस – गुरुपुत्रों का बलिदान और मुगलिया दहशतगर्दी

नरेंद्र सहगल क्रूर मुगल शासक औरंगजेब की मजहबी दरिंदगी और दहशतगर्दी को खुली चेतावनी देने वाले गुरु पुत्रों के महान बलिदान का संबंध किसी एक...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – अंतिम भाग

खालसा प्रगट्यो परमात्मन की मौज, खालसा अकाल पुरख की फौज नरेंद्र सहगल ईश्वर की योजना से अस्तित्व में आए ‘खालसा पंथ’ के संस्थापक दशमेश पिता...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग चौदह

अध्यात्म साधना और शक्ति उपासना का संगम है दशमेश पिता का महाकाव्य नरेंद्र सहगल ‘आज्ञा भई अकाल की - तबै चलायो पंथ’ की उद्घोषणा करने...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग तेरह

सिक्ख योद्धाओं ने काबुल-कंधार तक फहराई केसरी पताका नरेंद्र सहगल दशमेश पिता गुरु गोबिंद सिंह जी ने भारतवर्ष की सशस्त्र भुजा खालसा पंथ को सजाकर...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग ग्यारह

गुरुपुत्रों ने रचा बलिदानों का अतुलनीय इतिहास नरेंद्र सहगल सोने की चिड़िया कहलाने वाले समृद्ध एवं सुरक्षित भारत पर विदेशी आक्रान्ताओं की गिद्ध दृष्टि पढ़ते...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग दस

विजयी सैन्य शक्ति के प्रतीक ‘पांच प्यारे’ और पांच ‘ककार’ नरेंद्र सहगल गुरु गोबिंद सिंह जी द्वारा स्थापित ‘खालसा पंथ’ किसी एक प्रांत, जाति या...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग सात

अत्याचारी मुगल शासन के विरुद्ध दशमेश पिता ने बजाई रणभेरी नरेंद्र सहगल गुरु नानकदेव जी ने भारतवर्ष की सांस्कृतिक धरोहर हिन्दू धर्म और हिन्दू समाज...

धर्मरक्षक वीरव्रती खालसा पंथ – भाग छह

गुरु गोबिन्द सिंह जी का जीवनोद्देश्य धर्म की स्थापना, अधर्म का नाश नरेंद्र सहगल ‘हिन्द दी चादर’ अर्थात भारतवर्ष का सुरक्षा कवच सिक्ख साम्प्रदाय के नवम्...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग चार

कानून और इंसानियत का गला घोटकर, तोप से उड़ा दिए गए नामधारी सेनानी नरेन्द्र सहगल स्वधर्म और स्वराज के लिए 1857 में हुए देशव्यापी स्वतंत्रता...

‘राष्ट्र-धर्म’ का सजग प्रहरी – वीरव्रती खालसा पंथ

नरेन्द्र सहगल वैशाखी पर्व भारत के उन राष्ट्रीय पर्वों में से एक है, जिनका सम्बन्ध राष्ट्र की सुरक्षा और स्वतंत्रता के साथ है. नई फसल...