करंट टॉपिक्स

सिनेमा में प्रभु श्रीराम तब और अब

डॉ. शुचि चौहान 15 अप्रैल, 1911 - धुंडीराज गोविंद फाल्के, जो बाद में भारतीय सिनेमा के जनक कहलाए, अपने परिवार के साथ मुंबई के अमेरिका...

सिने जगत और सामाजिक सरोकार

प्रो. अमिताभ श्रीवास्तव किसी देश को जानना है तो इसकी फिल्में देखो. यह कितना सही है या नहीं, यह संवाद का विषय हो सकता है....

राजदत्तजी यानि कला और समाज के प्रति निष्ठा का अपूर्व संगम – विनय सहस्रबुद्धे

  पुणे. राजदत्तजी ऐसा व्यक्तित्व है, जिसमें कला और समाज के प्रति निष्ठा की एकरूपता दिखती है. प्रतिभा और कला का संगम दत्ताजी में हमेशा...