करंट टॉपिक्स

सिनेमा में स्वत्व और संस्कार बोध की आवश्यकता – 1

रमेश शर्मा हम स्वाधीनता का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. किसी भी राष्ट्र की स्वाधीनता का अमृत्व उसकी अपनी जड़ों के सशक्तिकरण से ही सम्भव...

हिन्दू गोर, बंजारा लबाना कुंभ – घुमन्तू समाज में स्वाभिमान जागरण और समाज से समरसता का महाअभियान

रमेश शर्मा भारत में परतंत्रता के लंबे अंधकार और विदेशी शासकों द्वारा भारतीय समाज का ताना बाना ध्वस्त करने के षड्यंत्र से बेबस घुमन्तू समाज...

अमृत महोत्सव लेखमाला – सशस्त्र क्रांति के स्वर्णिम पृष्ठ : भाग एक

दे दी हमें आजादी बिना खड़ग बिना ढाल..? लाखों बलिदानी क्रांतिकारियों का क्रूर अपमान 1857 का स्वातंत्र्य संग्राम नामक विश्व प्रसिद्ध पुस्तक के लेखक और अंडमान...

सार्वजनिक गणेशोत्सव – सामाजिक प्रतिबद्धता की निरंतर परंपरा

मुंबई (विसंकें). ब्रिटिश कालखंड में भारत को अंग्रेजों की परतंत्रता से मुक्त करवाने के लिए समाज का एकजुट होना आवश्यक था. इसे ध्यान में रखते...