नमः सवित्रे जगदेकचक्षुषे जगत्प्रसूतिस्थितिनाशहेतवे त्रयीमयाय त्रिगुणात्मधारिणे विरञ्चिनारायणशङ्करात्मने जो जगत् के एकमात्र प्रकाशक हैं; संसार की उत्पत्ति, स्थिति और नाश के कारण हैं; उन वेदत्रयी स्वरूप,...
अयोध्या. दिगंबर अखाड़ा में श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन परमहंस रामचंद्र दास जी की 21वीं पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी मूर्ति का अनावरण...
प्रस्ताव श्रीराममन्दिर से राष्ट्रीय पुनरुत्थान की ओर पौष शुक्ल द्वादशी, युगाब्द 5125 (22 जनवरी 2024) को श्रीरामजन्मभूमि पर श्रीरामलला के विग्रह की भव्य-दिव्य प्राण प्रतिष्ठा...
अयोध्या/नई दिल्ली. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से ही रामभक्त दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. श्रीराम के बालस्वरूप...
अयोध्या. भगवान श्री रामलला जी अपने महा-प्रासाद में दिव्य आभूषणों और वस्त्रों से सज्ज होकर विराजमान हो गए. इन दिव्य आभूषणों का निर्माण अध्यात्म रामायण,...