करंट टॉपिक्स

सनातन परंपरा को बचाए रखने में वनवासी समाज का बड़ा योगदान – दत्तात्रेय होसबाले जी

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी ने कहा कि सनातन परंपरा को बचाए रखने में हमारे वनवासी समाज का बहुत...

नेत्र कुम्भ 2025 – शीघ्र पूर्ण होगा लक्ष्य तक पहुंचने का संकल्प

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले जी एवं अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश सोनी जी ने रविवार सायंकाल नेत्र कुम्भ...

जनजाति सांस्कृतिक समागम में मान्यवरों का सम्मान

महाकुम्भ नगर। प्रयागराज महाकुम्भ में चल रहे जनजाति सांस्कृतिक समागम (रविवार 09 फरवरी, 2025) में जनजाति समाज के लिए निरपेक्ष भाव से कार्य करने वाले...

मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति के संकल्प के साथ विहिप की त्रि-दिवसीय बैठक संपन्न

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। महाकुम्भ मेला क्षेत्र स्थित विश्व हिन्दू परिषद के शिविर में चल रही त्रि-दिवसीय बैठक रविवार को हिन्दू मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से...

हर हिन्दू को संगठित व भविष्य के खतरे से सचेत करना होगा – स्वामी परमानंद जी

महाकुम्भ नगर। महामण्डलेश्वर स्वामी परमानन्द जी महाराज ने कहा कि आजादी के बाद जो सरकार हमें मिली राजनीतिक कारणों से हिन्दू विरोधी शक्तियों को उससे...

बौद्ध व सनातनी मिलकर करुणा, मैत्री और शांति का संदेश देंगे – डॉ. भदंत नागवंशा

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। डॉ. भदंत नागवंशा ने कहा कि हम बुद्धं शरणं गच्छामि, धम्मं शरणं गच्छामि, संघम् शरणम गच्छामि के संदेश को जन-जन तक पहुंचाएंगे।...

प्रयागराज महाकुम्भ – सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जनजाति परंपरा की दिखी झलक

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा प्रयागराज महाकुम्भ में चल रहे जनजाति समागम के अंतर्गत सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जनजाति संस्कृति एवं परंपरा की झलक...

आचार्य सम्मेलन में रील मॉडल नहीं, रोल मॉडल बनाने की सीख

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा आयोजित ज्ञान महाकुम्भ के क्रम में शनिवार को 'आचार्य सम्मेलन' संपन्न हुआ। कार्यक्रम के प्रथम संबोधन और...

प्रयागराज महाकुम्भ 2025 – 8500 लोगों ने मोह माया छोड़ चुनी संन्यास की राह

महाकुम्भ नगर, (06 फरवरी)। सनातन परंपरा के प्रतीक महाकुम्भ के मूल में आध्यात्मिकता है। सनातनियों को प्रत्येक छह वर्ष पर लगने वाले कुम्भ और 12...

समाज में भारतीय ज्ञान परंपरा की चेतना को जागृत करना होगा – डॉ. कृष्णगोपाल जी

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। 'न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते' अर्थात् इस दुनिया में ज्ञान के समान पवित्र और कुछ नहीं है। श्रीमद्भगवद् गीता में दर्ज...