नरेन्द्र सहगल परतंत्रता के विरुद्ध निरंतर एक हजार वर्षों तक सशस्त्र संघर्ष करने के फलस्वरूप अंततः हमारा अखंड भारतवर्ष दो भागों में विभाजित होकर ‘स्वतंत्र’...
वायसराय पर बम विस्फोट से काँप उठा ब्रिटिश साम्राज्यवाद, चार क्रांतिकारियों का बलिदान नरेन्द्र सहगल बीसवीं सदी के दूसरे दशक के प्रारंभ होते ही विश्वयुद्ध...