करंट टॉपिक्स

विभाजन की विभीषिका – षड्यंत्र और संदिग्ध भूमिकाएं

कृष्णमुरारी त्रिपाठी द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद अंग्रेजों को देश से खदेड़ने के लिए भारत की जनता आर- पार की लड़ाई में आ...

आपातकाल – लोकतंत्र की आधारशिला, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता राज्य नियंत्रण से कुचल दी गई

आपातकाल के दौरान आम लोगों द्वारा झेले गए अत्याचारों के साथ-साथ भारतीय जनता द्वारा प्रदर्शित अटूट प्रतिरोध ने राष्ट्र की सामूहिक स्मृति को गहराई से...

जनजाति समाज चाहता है डी-लिस्टिंग

शीतल पालीवाल 18 जून को जनजाति सुरक्षा मंच ने मेवाड़ सहित पूरे राजस्थान के जनजाति समाज को साथ लेकर उदयपुर में हुंकार भरी. आखिर क्यों,...

समलैंगिक शादी, सांस्कृतिक बर्बादी

विनोद बंसल प्रवक्ता, विश्व हिन्दू परिषद भारतीय ज्ञान विज्ञान, परंपराएं, रीति रिवाज व सांस्कृतिक मान्यताएं आज विश्व पटल पर स्वीकार की जाने लगी हैं. भोगवादी...

भारत को तोड़ने वाली ताकतों व साजिशों को सामने लाना आवश्यक

इंदौर. नर्मदा साहित्य मंथन – भोजपर्व के दूसरे दिन का प्रारम्भ माँ वाग्देवी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ. प्रथम सत्र में “भोजशाला एक...

भारत में संविधान होने के बावजूद भी बहु-विधान हैं

संविधान में एक भी ऐसा आर्टिकल नहीं जिसका जिक्र रामायण और गीता में ना हो भोपाल (विसंकें). कुशाभाऊ ठाकरे फाउंडेशन द्वारा "भारत के संसदीय महापाप"...

संविधान दिवस – तो क्या संस्कृत होती हमारी राष्ट्र भाषा..!

संविधान सभा में संस्कृत राज भाषा अथवा राष्ट्र भाषा के रूप में स्वीकार करने के पक्ष में 'भाषा' के विषय पर 12-14 सितम्बर, 1949 को...

पूर्वाग्रह के कारण संविधान की मूल प्रति में अंकित चित्रों को सामने नहीं आने दिया

जयपुर. संविधान दिवस के अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र जयपुर की ओर से मालवीय नगर स्थित पाथेय भवन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी...

भारतीय है संविधान की आत्मा

‘हम भारत के लोग - हम भारत के लोगों ने भारत को एक संप्रभु लोकतांत्रिक गणराज्य बनाने और अपने सभी नागरिकों को सुरक्षित करने का...

संविधान: भारतीय जीवन दर्शन का ग्रंथ

हेमेन्द्र क्षीरसागर भारत रत्न डॉ. भीमराव रामजी आंबेडकर भारतीय संविधान के जनक और मुख्य वास्तुकार थे. उन्हें 1947 में संविधान मसौदा समिति का अध्यक्ष नियुक्त...