मतांतरित समूहों पर बाबा कार्तिक उरांव – मतांतरण करने वाले लोगों को अनुसूचित जनजाति के अधिकार नहीं मिलने चाहिए admin October 29, 2022October 29, 2022 दिल्ली बैनर स्लाइडर विचार शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल भारत के 8 करोड़ से अधिक का जनजाति समाज (जनगणना के अनुसार तो जनसंख्या 10 करोड़ है, परंतु संभवतः 2 करोड़ लोग तो धर्मांतरित हैं)...
जनजाति समाज – अंग्रेजों ने षड्यंत्रपूर्वक बार-बार बदला धर्म कोड, पर जीवन व पूजा पद्धति नहीं बदल सके admin August 9, 2022August 9, 2022 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक ईसाई मिशनरियां और कुछ ताकतें पिछले लगभग डेढ़ सदी से यह स्थापित करने में लगी हैं कि वनवासी हिन्दू नहीं हैं. हालाँकि, उनके नेरेटिव को...
स्वतन्त्रता सेनानी रानी मां गाइदिन्ल्यू admin January 26, 2022January 26, 2022 दिल्ली बैनर स्लाइडर व्यक्तित्व शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल देश की स्वतन्त्रता के लिए ब्रिटिश जेल में भीषण यातनाएं भोगने वाली रानी गाइदिन्ल्यू का जन्म 26 जनवरी, 1915 को रांगमेयी जनजाति में हुआ था....