हमारी कला, साहित्य, संस्कृति सबके मूल में करुणा और संवेदना है admin August 7, 2020August 7, 2020 जोधपुर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समाचार प्रणय कुमार भारतीय संस्कृति में 'सर्वं खल्विदं ब्रह्म' एवं 'यत पिंडे तत ब्रह्मांडे' का महावाक्य प्रतिष्ठित रहा है. इस संस्कृति ने केवल वाणी से ही...