करंट टॉपिक्स

मानगढ़ धाम – वैचारिक प्रदूषण फैला रहे चर्च व अंग्रेजों की विचारधारा से प्रभावित लोग

उदयपुर. 18 जुलाई को बांसवाड़ा जिले के ऐतिहासिक मानगढ़ धाम पर भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा द्वारा रैली का आयोजन किया गया. महारैली में राजस्थान सहित...

हमारे जगदेव राम जी

छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर नगर के पास बसा एक छोटा सा जनजाति गांव कोमडो. 8 अक्तूबर, 1949 को इसी छोटे गांव के अघनु राम और...

वनवासी, ग्रामीण या शहरों में रहने वाली हर कन्‍या देवी है – आनंदीबेन पटेल

लखनऊ. संघ प्रेरित संस्था 'प्रेरणा' ने सोमवार को चैत्र-नवरात्रि के अवसर पर 2100 कन्‍याओं का पूजन एवं वंदन किया. गोमतीनगर विस्‍तार स्‍थ‍ित सीएमएस ऑडिटोरियम में...

वागड़ के बाद मिशनरी गिरोह अब ब्रज क्षेत्र में हुआ सक्रिय

- ब्रज क्षेत्र में चल रहा 'मतांतरण' का खेल - राजस्थान-उत्तरप्रदेश सीमा पर रचा षड़यंत्र - सोनार हवेली होटल में हुए आयोजन से मतांतरण का...

विश्व की हर समस्या का समाधान हैं श्रीराम

राज चावला 'सब के राम' – इन शब्दों का अर्थ अपनी-अपनी भावना के अनुसार अलग-अलग समझा जा सकता है, पर सभी का सार यही है...

अनुसूचित जनजातियां – संवैधानिक एवं सांस्कृतिक पहलू

अनुसूचित जनजाति, यह नाम भारत में एक वर्ग के रूप में संविधान के निर्माण के साथ आया. परंतु भारत में यह छोटे-छोटे समूहों के रूप...

धरती आबा – जनजातीय गौरव

प्रशांत पोळ बिरसा मुंडा अद्भुत व्यक्तित्व हैं. कुल जमा पच्चीस वर्ष का ही छोटा सा जीवन उन्हें मिला. किन्तु इस अल्पकालीन जीवन में उन्होंने जो...

इंडिजेनस डे – यूरोपियन्स के लिए पश्चाताप व क्षमा मांगने का दिन

प्रवीण गुगनानी मूलनिवासी दिवस या इंडिजिनस पीपल डे, भारत में एक नया षड्यंत्र है. सबसे बड़ी बात यह कि इस षड्यंत्र को जिस जनजाति समाज...

जनजाति समाज – अंग्रेजों ने षड्यंत्रपूर्वक बार-बार बदला धर्म कोड, पर जीवन व पूजा पद्धति नहीं बदल सके

ईसाई मिशनरियां और कुछ ताकतें पिछले लगभग डेढ़ सदी से यह स्थापित करने में लगी हैं कि वनवासी हिन्दू नहीं हैं. हालाँकि, उनके नेरेटिव को...

भारतवासी मूलनिवासी – बालासाहब देशपांडे ने दशकों पहले ही भांप ली थी साजिश, किया था आगाह

भारत में 700 से अधिक जनजातियां निवास करती हैं, जिनकी जनसंख्या लगभग 10 करोड़ से अधिक है. अपने पारंपरिक ज्ञान के विशाल भंडार के साथ...