मानगढ़ धाम – वैचारिक प्रदूषण फैला रहे चर्च व अंग्रेजों की विचारधारा से प्रभावित लोग admin July 20, 2024July 20, 2024 चितौड़ जयपुर बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समाचार उदयपुर. 18 जुलाई को बांसवाड़ा जिले के ऐतिहासिक मानगढ़ धाम पर भील प्रदेश मुक्ति मोर्चा द्वारा रैली का आयोजन किया गया. महारैली में राजस्थान सहित...
हमारे जगदेव राम जी admin July 15, 2024July 15, 2024 दिल्ली बैनर स्लाइडर व्यक्तित्व शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर नगर के पास बसा एक छोटा सा जनजाति गांव कोमडो. 8 अक्तूबर, 1949 को इसी छोटे गांव के अघनु राम और...
वनवासी, ग्रामीण या शहरों में रहने वाली हर कन्या देवी है – आनंदीबेन पटेल admin April 15, 2024April 15, 2024 अवध बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समाचार लखनऊ. संघ प्रेरित संस्था 'प्रेरणा' ने सोमवार को चैत्र-नवरात्रि के अवसर पर 2100 कन्याओं का पूजन एवं वंदन किया. गोमतीनगर विस्तार स्थित सीएमएस ऑडिटोरियम में...
वागड़ के बाद मिशनरी गिरोह अब ब्रज क्षेत्र में हुआ सक्रिय admin February 16, 2024February 16, 2024 जयपुर बैनर स्लाइडर ब्रज शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक समाचार - ब्रज क्षेत्र में चल रहा 'मतांतरण' का खेल - राजस्थान-उत्तरप्रदेश सीमा पर रचा षड़यंत्र - सोनार हवेली होटल में हुए आयोजन से मतांतरण का...
विश्व की हर समस्या का समाधान हैं श्रीराम admin January 20, 2024January 20, 2024 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक राज चावला 'सब के राम' – इन शब्दों का अर्थ अपनी-अपनी भावना के अनुसार अलग-अलग समझा जा सकता है, पर सभी का सार यही है...
अनुसूचित जनजातियां – संवैधानिक एवं सांस्कृतिक पहलू admin April 13, 2023April 13, 2023 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक अनुसूचित जनजाति, यह नाम भारत में एक वर्ग के रूप में संविधान के निर्माण के साथ आया. परंतु भारत में यह छोटे-छोटे समूहों के रूप...
धरती आबा – जनजातीय गौरव admin November 14, 2022November 14, 2022 बैनर स्लाइडर प्रशांत पोळ बिरसा मुंडा अद्भुत व्यक्तित्व हैं. कुल जमा पच्चीस वर्ष का ही छोटा सा जीवन उन्हें मिला. किन्तु इस अल्पकालीन जीवन में उन्होंने जो...
इंडिजेनस डे – यूरोपियन्स के लिए पश्चाताप व क्षमा मांगने का दिन admin August 9, 2022August 9, 2022 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक प्रवीण गुगनानी मूलनिवासी दिवस या इंडिजिनस पीपल डे, भारत में एक नया षड्यंत्र है. सबसे बड़ी बात यह कि इस षड्यंत्र को जिस जनजाति समाज...
जनजाति समाज – अंग्रेजों ने षड्यंत्रपूर्वक बार-बार बदला धर्म कोड, पर जीवन व पूजा पद्धति नहीं बदल सके admin August 9, 2022August 9, 2022 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक ईसाई मिशनरियां और कुछ ताकतें पिछले लगभग डेढ़ सदी से यह स्थापित करने में लगी हैं कि वनवासी हिन्दू नहीं हैं. हालाँकि, उनके नेरेटिव को...
भारतवासी मूलनिवासी – बालासाहब देशपांडे ने दशकों पहले ही भांप ली थी साजिश, किया था आगाह admin August 9, 2022August 9, 2022 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक भारत में 700 से अधिक जनजातियां निवास करती हैं, जिनकी जनसंख्या लगभग 10 करोड़ से अधिक है. अपने पारंपरिक ज्ञान के विशाल भंडार के साथ...