करंट टॉपिक्स

क्या हम एक और विभाजन की दिशा में बढ़ रहे हैं?

प्रशांत पोळ आज से ठीक 77 वर्ष पूर्व, 14 अगस्त की वह रात, काली रात थी. किसी समय अत्यंत शक्तिशाली, वैभवशाली और संपन्न रहे हमारे...

पीड़ितों को नागरिकता देने का कानून

प्रमोद भार्गव नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के नियम अधिसूचित हो गए हैं. लोकसभा चुनाव के ठीक पहले कानून को अमल में लाना भाजपा की चुनावी...

पुरखों का संघर्ष और बलिदान वर्तमान पीढ़ी को बताना चाहिए

इंदौर. देवास में विभाजन विभीषिका के समय में सिक्ख व सिंधी समाज के पाकिस्तान से भारत विस्थापन के संस्मरणों पर आयोजित व्याख्यान में सुरेंद्र सिंह...

विभाजन की विभीषिका – षड्यंत्र और संदिग्ध भूमिकाएं

कृष्णमुरारी त्रिपाठी द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद अंग्रेजों को देश से खदेड़ने के लिए भारत की जनता आर- पार की लड़ाई में आ...

विभाजन की त्रासदी

राजेंद्र सिंह बघेल वे हुतात्माएं, जो देश विभाजन के समय भयानक एवं विषम परिस्थितियों में फंसे अगणित निर्दोष लोगों की रक्षा करते हुए अपने प्राण...

मीम-भीम एकता के नारों की वास्तविकता..!!!

देश में विभिन्न संगठन मीम-भीम एकता दम्भ भरते नहीं थकते, लेकिन धरातल पर वास्वतिकता इसके बिल्कुल विपरीत है. तथाकथित दलित हितैषी संगठन दलितों, जनजाति समाज...

अलगाव, हिंसा, घृणा व कट्टरता से बाज आएं मुस्लिम नेता – डॉ. सुरेन्द्र जैन

नई दिल्ली. विश्व हिन्दू परिषद ने कहा कि कट्टरपंथी इस्लाम के गढ़ देवबंद में आयोजित मुस्लिम सम्मेलन में महमूद असद मदनी व बदरुद्दीन अजमल जैसे...

इतिहास को न तो भुलाया जा सकता है और न ही छिपाया

इतिहास को न तो भुलाया जा सकता है और न ही छिपाया जा सकता है. जब-जब इस तरह का प्रयास होता है, उसके परिणाम बुरे...

पं. दीनदयाल जी की दृष्टि में ; अखंड भारत इसलिए.. !!

पंडित जी लिखते हैं कि - अखंड भारत के आदर्श की ओर सबका रुझान होने के बाद भी अनेक लोग इसे अव्यवहारिक मानते हैं. उनकी...

वैश्‍विक परिदृश्य में बढ़ता भारत और श्रीगुरुजी

डॉ. मयंक चतुर्वेदी विश्वतश्चक्षुरुत विश्वतोमुखो विश्वतोबाहुरुत विश्वतस्पात्. सं बाहुभ्यां धमति सं पतत्रैर्द्यावाभूमी जनयन्देव एकः ॥ यह वेदमंत्र जब भी पढ़ने में या सुनने में आया,...