“न जमीं मिली, न फलक मिला” admin May 13, 2023May 13, 2023 दिल्ली पुस्तक समीक्षा बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक डॉ. वंदना गांधी “मेरा नाम शालिनी उन्नीकृष्णन था, नर्स बनकर लोगों को सर्व करना चाहती थी. अब फातिमा हूँ, आईएसआईएस टेरेरिस्ट.” फिल्म की अदाकारा का...
द केरल स्टोरी : भला षड्यंत्र, छल-कपट और आतंक का भी कोई धर्म होता है admin May 11, 2023May 11, 2023 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक विजय मनोहर तिवारी यह भारत के दुर्भाग्य की कथाएँ हैं. अंतहीन दुर्भाग्य की रुला देने वाली आप-बीतियाँ. यह किसी मिशनरी या मजहब की बात ही...