करंट टॉपिक्स

लोकमंगल और लोकरंजन के लिये लोकसंपृक्त साहित्य रचना की आवश्यकता है – हेमंत मुक्तिबोध

इंदौर। विश्व संवाद केन्द्र मालवा द्वारा आयोजित नर्मदा साहित्य मंथन के चतुर्थ सोपान अहिल्या पर्व का समापन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में हुआ। समापन...

गौ आधारित कृषि के प्रणेता भगवान बलराम

सान दिवस : गाय आस्था के साथ अर्थतंत्र का आधार भगवान बलराम जयंती (भाद्रपद, शुक्ल षष्ठी- 9 सितंबर) भगवान श्री बलराम की जयंती किसान दिवस...

सूचनाओं के संवाहक, धर्म के प्रचारक तथा सर्वलोकहितकारी हैं देवर्षि नारद – राजेन्द्र सक्सेना

काशी. आद्य पत्रकार देवर्षि नारद धर्म के प्रचार तथा लोक कल्याण के कार्यों में सदैव प्रयत्नशील रहते हैं. इसी कारण देवर्षि नारद जी को सूचनाओं...

मनाली – माता हिडिम्बा के वंशज दीमासा जनजाति बंधुओं ने माता के मंदिर में नवाया शीश

कुल्लू (हिमाचल प्रदेश). महाभारत कालीन दीमासा काछारी समाज वर्तमान समय में नागाराज्य के दीमापुर और असम के दी माहासौ एवं काछार जिले में निवास करता...

भारतीय संस्कृति के वाहक बनकर समाज में बढ़ाएं संस्कृति का व्याप – दुसी रामकृष्ण राव

कुरुक्षेत्र. विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान की कार्यकारिणी एवं महासमिति बैठक संस्थान के प्रज्ञा सदन में सम्पन्न हुई. बैठक में संपूर्ण देश से 35 प्रतिनिधि...

कला का जुड़ाव मनोरंजन से कम, बल्कि मनुष्य की सर्वांगीण उन्नति से अधिक – डॉ. मोहन भागवत जी

कलासाधक संगम में भरतमुनि सम्मान से कलासाधकों का सम्मान बेंगलुरु. संस्कार भारती द्वारा आयोजित अखिल भारतीय कला साधक संगम के तीसरे दिन आज भरतमुनि सम्मान...

सिनेमा में प्रभु श्रीराम तब और अब

डॉ. शुचि चौहान 15 अप्रैल, 1911 - धुंडीराज गोविंद फाल्के, जो बाद में भारतीय सिनेमा के जनक कहलाए, अपने परिवार के साथ मुंबई के अमेरिका...

संविधान निर्माता के नाम से ‘रामजी’ और संविधान के मूल में से रामत्व को किसने निकाला

लखनऊ. संविधान दिवस की शुभ कामनाएं देते हुए विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि भारतीय संविधान के निर्माता व विद्वान...

आदि शंकराचार्य की प्रतिमा पूरे भारत व विश्व को एकात्मता का संदेश देगी

ओंकारेश्वर की पुण्य नगरी में जगतगुरु आदि शंकराचार्य जी (एकात्म की प्रतिमा) की 108 फीट ऊंची भव्य प्रतिमा का अनावरण और "अद्वैत लोक" का शिलान्यास...

भारतीय ज्ञान का खजाना – 23 (कटपयादी संख्या का रहस्य)

प्रशांत पोळ एक विशाल सरोवर है. सरोवर के किनारे एक बड़ा वृक्ष है. सरोवर में गोपियाँ नहा रही हैं और उनके कपड़े सँभालते हुए, वृक्ष...