करंट टॉपिक्स

प्रयागराज महाकुम्भ में सर्वत्र सेवा व समरसता का भाव – मिलिंद परांडे

महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। विश्व हिन्दू परिषद के केन्द्रीय संगठन महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि महाकुम्भ सम्पूर्ण विश्व में मानवता का सबसे बड़ा एकत्रीकरण है।...

महावीर मंदिर ट्रस्ट के सचिव किशोर कुणाल का निधन, सरसंघचालक जी ने व्यक्त की संवेदना

पटना. किशोर कुणाल (1950 - 2024) भारतीय पुलिस सेवा के एक पूर्व अधिकारी थे. अपने पुलिस करियर के दौरान, उन्हें अयोध्या विवाद पर विश्व हिन्दू...

श्री बिबेक देबरॉय की मृत्यु से भारत के आर्थिक, धार्मिक, आध्यात्मिक और साहित्यिक जीवन में एक बड़ा शून्य हो गया है – विहिप

नई दिल्ली. विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष व वरिष्ठ अधिवक्ता आलोक कुमार ने श्री बिबेक देबरॉय की मृत्यु पर गहरी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए...

Hindu Spiritual and Service Fair – 1100 वर्ष पहले 62 प्रतिशत लोगों की मातृभाषा संस्कृत थी

जयपुर. एचएसएसएफ (Hindu Spiritual and Service Foundation) के तत्वाधान में आदर्श नगर स्थित दशहरा मैदान में पांच दिवसीय हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा मेला का आयोजन...

स्वामी विवेकानंद का राजस्थान से संबंध और शिकागो यात्रा

प्रमोद शर्मा स्वामी विवेकानंद जी का राजस्थान से भी निकटता का सम्बन्ध रहा. उनके अनन्य भक्त और मित्र खेतड़ी के महाराजा अजीत सिंह ने उनकी...

कालजयी भारतीय ज्ञान – प्राचीन भारतीय ज्ञान-विज्ञान के संदर्भों की विवेचना करती पुस्तक

पुस्तक समीक्षा भारतीय संस्कृति ज्ञान प्रधान रही है. हमारा प्राचीन साहित्य भी किसी संप्रदाय विशेष के कर्मकांड पर केंद्रित नहीं है, बल्कि मानव के लिए...

मुख्यधारा की शिक्षा में संस्कृत का एकीकरण उपनिवेशवादी मानसिकता के कारण बाधित – जगदीप धनखड़

तिरुपति/नई दिल्ली. राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के तीसरे दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने संस्कृत को झंझावतों में मानव सभ्यता के लिए एक सांस्कृतिक आधार...

भाषा के प्रति डॉ. आम्बेडकर का राष्ट्रीय दृष्टिकोण

लोकेन्द्र सिंह बाबा साहेब डॉ. भीमराव आम्बेडकर के लिए भाषा का प्रश्न भी राष्ट्रीय महत्व का था. उनकी मातृभाषा मराठी थी. अपनी मातृभाषा पर उनका...

जयपुर – संस्कृत विश्वविद्यालय में अखिल भारतीय रूपकमहोत्सव का शुभारंभ

जयपुर. केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, जयपुर में "20वें अखिल भारतीय रूपकमहोत्सव" का शुभारंभ हुआ. संस्कृत भाषा में चार दिन तक लगभग 15 राज्यों के कलाकार अपनी...

प्रभु श्रीरामलला की प्राण प्रतिष्ठा भारत के लिए राष्ट्रीयता का पुनर्जागरण – डॉ. कृष्णगोपाल जी

विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान द्वारा संचालित शिक्षा तथा विकास अध्ययन संस्थान का भूमि पूजन नोएडा. विद्या भारती उच्च शिक्षा संस्थान के संसाधन एवं शोध...