करंट टॉपिक्स

जैतो मोर्चा – भारतीय स्वतंत्रता संग्राम का स्वर्णिम इतिहास

‘जैतो मोर्चा’ गंगसर साहिब सिक्खों द्वारा अहिंसात्मक पूर्ण एवं शांतिपूर्ण किये भारतीय स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन का स्वर्णिम इतिहास है. 21 फरवरी, 2024 को जैतो मोर्चा...

‘स्व’ आधारित भारत समय की आवश्यकता; हमारे लिए भी और विश्व के लिए भी – डॉ. मोहन भागवत जी

ग्रेटर नोएडा. ग्रेटर नोएडा स्थित शारदा विश्वविद्यालय के आनंदस्वरुप सभागार में रविवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा प्रबुद्ध नागरिक समारोह का आयोजन किया गया. कार्यक्रम...

सेकुलर ‘कारवां’ के झूठ का पुलिंदा तार-तार – 1

रतन शारदा असहिष्णु और धर्म विरोधी बातें प्रकाशित करने के लिए बदनाम सेकुलर पत्रिका ‘कारवां’ ने 1 जुलाई 2023 को एक ऐसा लेख प्रकाशित किया...

आदि-अनादि काल से भगवा ध्वज की छाया में ही राष्ट्र एवं धर्म की रक्षा हो पाई है – मुकुल कानितकर

काशी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी मध्य भाग द्वारा गुरुवार को सरोजा पैलेस में आयोजित रक्षाबंधन उत्सव में अखिल भारतीय प्रचार टोली के सदस्य मुकुल कानितकर...

सिंधी समाज का योगदान प्राचीन भारत से अब तक बराबरी का रहा है – डॉ. मोहन भागवत जी

भोपाल (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि अपने देश के नाम का संबंध सिंध से है. सिंधी समाज...

हरियाणा के धार्मिक, सांस्कृतिक, संघ इतिहास को बताती प्रदर्शनी का उद्घाटन

पानीपत, 11 मार्च. समालखा के पट्टीकल्याणा स्थित सेवा साधना एवं ग्राम विकास केंद्र में चल रही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा के...

शुद्धिकरण अभियान चलाकर असंख्य लोगों की घर वापसी करवाने वाले ‘स्वामी श्रद्धानंद’

रमेश शर्मा भारतीय स्वाधीनता संग्राम में हमें चार प्रकार के संघर्ष पढ़ने को मिलते हैं. एक स्वत्व और स्वाभिमान का संघर्ष, दूसरा समाज उत्थान के...

31 अगस्त, 1952 बंजारा समाज की स्वतंत्रता की शुभ तिथि

सृष्टि में मानव जन्म के साथ ही अपने घर की कल्पना विकसित हो गई होगी. बाद में मनुष्य की चेतना में अपना घर, मोहल्ला, नगर...

मकर संक्रांति पर पानीपत, सीहोर, बौरास में बलिदान की गाथा का भी स्मरण

भारत में मकर संक्रान्ति का एक विशेष महत्व है. सूर्य अपनी दिशा बदलते हैं. इस शुभ घड़ी पर तिल के लड्डू खाने और खिलाने का...

स्वामी विवेकानन्द – स्वतन्त्रता संग्राम के प्रमुख प्रेरणा स्रोत

हेमेन्द्र क्षीरसागर 12 जनवरी, 1863 को कलकत्ता में अवतरित वेदान्त के विख्यात और प्रभावशाली आध्यात्मिक गुरु स्वामी विवेकानन्द का बचपन का नाम वीरेश्वर रखा गया,...