करंट टॉपिक्स

श्री विजयादशमी उत्सव 2024 – सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी के उद्बोधन का सारांश

आज के कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि आदरणीय डॉ. कोपिल्लिल राधाकृष्णन जी, मंच पर उपस्थित विदर्भ प्रांत के मा. संघचालक, मा. सह संघचालक, नागपुर महानगर के...

एकात्म मानव दर्शन – दीनदयाल जी ने चतुर्पुरुषार्थ सिद्धांत को व्यवहारिक स्वरूप दिया

भाग दो "धर्म" चतुर्पुरुषार्थ में सबसे पहला है. इसके अंतर्गत शिक्षा-संस्कार, जीवन संकल्प समन्वय एवं विधि व्यवस्था आती है. दूसरा पुरुषार्थ "अर्थ" है, इसमें साधन...

अखिल भारतीय समन्वय बैठक केरल के पालक्काड में, राष्ट्रीय विषयों और सामाजिक परिवर्तन पर होगी चर्चा

पालक्काड, केरल (30 अगस्त, 2024). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की अखिल भारतीय समन्वय बैठक कल से (31 अगस्त) केरल के पालक्काड में आरंभ होगी. राष्ट्रीय...

नियती से भेंट का दिन ‘हिन्दू साम्राज्य दिवस’

लोकेन्द्र सिंह ठीक 350 वर्ष पूर्व ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष त्रयोदशी, विक्रम संवत 1731 को (तद्नुसार 6 जून, 1674) छत्रपति शिवाजी महाराज ने ‘हिन्दवी स्वराज्य’ की...

संघ की अ. भा. प्रतिनिधि सभा में पारित प्रस्ताव – श्रीराममन्दिर से राष्ट्रीय पुनरुत्थान की ओर

प्रस्ताव श्रीराममन्दिर से राष्ट्रीय पुनरुत्थान की ओर पौष शुक्ल द्वादशी, युगाब्द 5125 (22 जनवरी 2024) को श्रीरामजन्मभूमि पर श्रीरामलला के विग्रह की भव्य-दिव्य प्राण प्रतिष्ठा...

संपूर्ण देश का वातावरण मंगलमय बना है – डॉ. मोहन भागवत जी

नई दिल्ली. 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्रभु श्री रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए, श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष...

नारी शक्ति राष्ट्र वंदन यज्ञ से प्रेरणा विमर्श-2023 का श्रीगणेश

ग्रेटर नोएडा. नारी शक्ति राष्ट्र वंदन यज्ञ के साथ तीन दिवसीय प्रेरणा विमर्श-2023 का श्रीगणेश हुआ. प्रेरणा शोध संस्थान न्यास-नोएडा, मेरठ प्रांत प्रचार विभाग एवं...

‘स्व’ का बोध और ‘स्व’ के आधार पर समाज रचना

समाज में जीवित रहने का मूल आधार ‘स्व’ है. ‘स्व’ नहीं तो समाज भी नहीं रह सकता. उदाहरण स्वरूप पर्शिया देश सामने है, पर्शिया में...

अपने ‘स्व’ को पहचानें – भय्याजी जोशी

भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश भय्याजी जोशी ने कहा कि अपने ‘स्व’ को पहचानें. ‘स्व’ को जितना हम जानेंगे,...

रिंगनोद गाँव का गुड़ी पड़वा उत्सव…..

धार का रिंगनोद, जनसंख्या लगभग आठ से दस हजार. रिंगनोद जनजाति बहुल है, लेकिन लगभग 35 जाति -बिरादरी रिंगनोद में निवास करती है, लेकिन समरसता...