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प्रकृति जब संस्कृति से जुड़ जाती है तो वह धर्म का मार्ग बन जाती है

मुंबई। अप्रैल 1965 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी ने पहली बार रुइया कॉलेज में 'एकात्म मानवदर्शन' और 'अंत्योदय' के विचार प्रस्तुत किए थे। उसी दिन,...

देश की एकता सदियों से प्रकट होती रही है – डॉ. कृष्णगोपाल जी

मुंबई। अप्रैल 1965 में पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने पहली बार रुइया कॉलेज में 'एकात्म मानवदर्शन' और 'अंत्योदय' के विचार प्रस्तुत किये। उसी दिन, 60 वर्ष...