संविधान की हत्या करने वाली तानाशाही के स्वर्णिम किस्से..!! admin April 13, 2024April 13, 2024 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक कृष्णमुरारी त्रिपाठी देश में गाहे-बगाहे इमरजेंसी, तानाशाही, हिटलरशाही जैसे शब्द सुनाई देते रहते हैं. हताशा से भरा एक वर्ग अपना राग अलापता रहता है. लोकतंत्र...
स्वतंत्र भारत के इतिहास का काला अध्याय ‘न भूतो, न भविष्यति’ admin June 25, 2023June 25, 2023 उत्तर असम दक्षिण असम दिल्ली बैनर स्लाइडर विचार शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक शशिकांत चौथाईवाले पूर्वोत्तर भारत - “आपातकाल के काले दिन की यादें” 26 जून, 1975 उत्तर गुवाहाटी के आउनी आरी सत्र (मंदिर) में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ...
मीडिया में इमरजेंसी के हालत बताने वालों ने इमरजेंसी की विभीषिका नहीं देखी – रमेश शर्मा admin June 26, 2021June 26, 2021 बैनर स्लाइडर मालवा शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समाचार इंदौर. वरिष्ठ पत्रकार रमेश शर्मा ने कहा कि आजकल कुछ लोग कहते हैं कि देश में आपातकाल की स्थिति बनी हुई है. या तो...
यादों में आपातकाल – दो admin June 26, 2021June 26, 2021 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक जब जेपी की हुंकार से सिंहासन हिल उठे! जयराम शुक्ल कांग्रेस के अध्यक्ष देवकांत बरुआ का नारा इंदिरा इज इंडिया गली कूँचों तक गूंजने लगा....
यादों में आपातकाल – एक admin June 25, 2021June 26, 2021 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक अनुशासन का शर्मनाक यातना पर्व...! जयराम शुक्ल पंद्रह अगस्त, 26 जनवरी यदि सरकारी आयोजन न होते तो पब्लिक इन्हें कब का भुला चुकी होती. लेकिन...