गुरु-शिष्य परंपरा भारत की गौरवमयी परंपरा रही है. चाणक्य-चंद्रगुप्त, स्वामी रामकृष्ण परमहंस-स्वामी विवेकानंद, स्वामी विरजानंद-दयानंद सरस्वती गुरु-शिष्य परंपरा के ऐसे अनेक अनूठे उदाहरण हैं. संत...
केवल भारत माता की जय बोलने से देश भक्ति नहीं होती, इसके लिए निःस्वार्थ सेवा जरूरी सुलतानपुर (काशी). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले...