संविधान की हत्या करने वाली तानाशाही के स्वर्णिम किस्से..!! admin April 13, 2024April 13, 2024 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक कृष्णमुरारी त्रिपाठी देश में गाहे-बगाहे इमरजेंसी, तानाशाही, हिटलरशाही जैसे शब्द सुनाई देते रहते हैं. हताशा से भरा एक वर्ग अपना राग अलापता रहता है. लोकतंत्र...
यादों में आपातकाल – राहुकाल से लोकतंत्र के निकलने की शेषकथा..! admin July 1, 2021July 1, 2021 दिल्ली बैनर स्लाइडर वीडियो शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक जयराम शुक्ल चाटुकारिता भी कभी-कभी इतिहास में सम्मान योग्य बन जाती है. आपातकाल के उत्तरार्ध में यही हुआ. पूरे देश भर से चाटुकार कांग्रेसियों और...