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22 मई / बलिदान दिवस – अमर बलिदानी मुरारबाजी

नई दिल्ली. पांच जनवरी, 1665 को सूर्यग्रहण के अवसर पर शिवाजी महाराज ने माता जीजाबाई के साथ महाबलेश्वर मन्दिर में पूजा की. फिर वे दक्षिण...

यह तो हमारे लिए सुनहरा अवसर…!

-  प्रशांत पोळ अफजल खान का हिन्दवी स्वराज्य पर आक्रमण, यह स्वराज्य पर सबसे गहरा संकट था. कुल जमा दस-बारह वर्ष तो हुए थे, शिवाजी...