करंट टॉपिक्स

अमृत महोत्सव – स्त्री, स्वराज और स्वदेशी

प्रो. गीता भट्ट औपनिवेशिक ताकतों के विरोध में जिन दो शब्दों ने वैचारिक अलख जगाई, वे थे -  स्वराज और स्वदेशी. इन दो शब्दों ने...

सर्वविदित, सुस्पष्ट भारत की पहचान, भारत के “स्व” को नकारा गया..!!

[caption id="attachment_28204" align="aligncenter" width="1280"] File Photo[/caption] सर्वानुमति से लिया गया ध्वज समिति का निर्णय क्यों नहीं स्वीकार हुआ? डॉ. मनमोहन वैद्य सह सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक...

अमृत महोत्सव – बलिदानी क्रांतिकारी शचीन्द्रनाथ सान्याल

डॉ. हेमन्त गुप्त भारत माता की कोख से ऐसे अनेक शूरवीर सपूतों ने जन्म लिया है, जिन्होंने माँ भारती की स्वाधीनता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर...

जयंती पर विशेष : भगिनी निवेदिता – भारतीयता की ओजमयी वाणी

लवी चौधरी भारत के चिंतन और दर्शन ने सुदीर्घकाल से विश्व जगत को स्पंदित किया है. पाश्चत्य जगत की भोगवादी चमक-धमक को छोड़कर स्वामी विवेकानंद...