करंट टॉपिक्स

पश्चिमी चिंतन में महिला-पुरुष में स्पष्ट भेद, भारतीय चिंतन किसी प्रकार का भेद नहीं मानता – वृशाली जोशी

काशी. विश्व मांगल्य सभा की अखिल भारतीय संगठन मंत्री वृशाली जोशी ने कहा कि ‘महि’ का अर्थ होता है पृथ्वी, जो पृथ्वी जैसा सहनशील, कल्याणकारी...

स्त्री सृष्टि के नवसृजन और संवर्धन की शक्ति रखती है – अलकाताई

उदयपुर. राष्ट्र सेविका समिति की अखिल भारतीय कार्यवाहिका अलका ताई ने कहा कि स्त्री सृष्टि के नवसृजन और संवर्धन की शक्ति रखती है. अगली पीढ़ी...

अपने ‘स्व’ को पहचानें – भय्याजी जोशी

भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश भय्याजी जोशी ने कहा कि अपने ‘स्व’ को पहचानें. ‘स्व’ को जितना हम जानेंगे,...

‘स्व’ की अवधारणा को समझें और जीवन में धारण करें – डॉ. मनमोहन वैद्य

ब्रज साहित्योत्सव - 60 शोधार्थी और 50 से अधिक विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने लिया भाग आगरा. विश्व संवाद केन्द्र ब्रज प्रांत द्वारा आयोजित ब्रज...

राष्ट्रचिंतन लेखमाला – भारत में ‘भारतीय’ बन कर रहें

नरेंद्र सहगल ‘भारतीय होने का सीधा और स्पष्ट मापदंड है, भारत के अखंड भूगोल, सनातन संस्कृति और गौरवशाली अतीत के प्रति आस्था/विश्वास और इसी के...

सजग भारत में साम्प्रदायिक व छद्म सेक्युलरवाद की राजनीती निष्क्रिय हो रही

डॉ. मनमोहन वैद्य सह सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण कार्य का नेत्रदीपक शुभारम्भ करोड़ों भारतीयों और दुनिया भर में भारतीय मूल...

मनुष्य, जीव और प्रकृति के मध्य संतुलन बनाने की आवश्यकता – डॉ. भगवती प्रकाश जी

जयपुर (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र संघचालक डॉ. भगवती प्रकाश जी ने कहा कि आज मनुष्य, जीव और प्रकृति के मध्य सामंजस्य बनाने की...