करंट टॉपिक्स

तियानमेन चौक नरसंहार – एक के बाद एक लाशें बिछती गईं, लेकिन बेदर्द कम्युनिस्ट सरकार का दिल नहीं पिघला

  इतिहास के आईने में हर एक क्षण बेशकीमती होता है. अपने साथ कोई न कोई ऐसी बात रखता है, जिससे आने वाली पीढ़ी उसे...

विदेश में पढ़ रहे चीनी छात्र भी संवेदनशील मुद्दों पर बोलने से डरते हैं

नई दिल्ली. चीन से बाहर अन्य देशों में पढ़ने वाले लोकतंत्र समर्थक छात्र भी संवेदनशील मुद्दों पर बोलने से डरते हैं, उन्हें डर रहता है...

‘एक चीन नीति’ वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ा धोखा – प्रफुल्ल केतकर

चीन : एक वैश्विक खतरा (तियानमेन चौक नरसंहार से लेकर कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में) विषय पर द नैरेटिव द्वारा आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार के...

तियानमेन चौक नरसंहार : ताइवान ने चीन को घेरा, कहा – अब जनता के हाथ में सत्ता देनी चाहिए

तियानमेन चौक नरसंहार की सालगिरह से एक दिन पहले, ताइवान ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर निशाना साधा और कम्युनिस्ट पार्टी से लोगों को सत्ता वापस...

‘चीन – एक वैश्विक खतरा’, तीसरा विश्व युद्ध होता है तो चीन समाप्त हो जाएगा – ले. ज. संजय कुलकर्णी

भोपाल. तियानमेन चौक नरसंहार व चीन की दमनकारी, विस्तारवादी नीति पर केंद्रित द नैरेटिव के सात दिवसीय राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन प्रारंभ हो चुका है....

मानवाधिकारों को कुचलने वाला ‘वामपंथी चीन’

प्रशांत पोळ दस दिसंबर को ‘विश्व मानवाधिकार दिवस’ है. द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त होने के पश्चात, संयुक्त राष्ट्रसंघ का गठन हुआ. और इसकी प्रारंभिक बैठकों...