करंट टॉपिक्स

धर्म को हमारी आवश्यकता नहीं, अपितु हमें धर्म की आवश्यकता है

देहरादून. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि 142 करोड़ लोग भारत की रीढ़ की हड्डी के मनके हैं. हमें...

“अटल रत्न” एक युग प्रवर्तक

हेमेन्द्र क्षीरसागर भारतीय जनचेतना के शिखर पुरुष, राजनैतिक शुचिता एवं जन-गण की प्रखर आवाज राष्ट्रधर्म के संवाहक, भारत रत्न, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी हमारे...

भारत के पास वसुधैव कुटुम्बकम का मंत्र है – डॉ. मोहन भागवत जी

मुंबई (विसंकें). भारत विकास परिषद के संस्थापक स्व. डॉ. सूरज प्रकाश जी का जन्मशताब्दी वर्ष समापन समारोह बिरला मातुश्री हॉल, मरीन लाइन्स मुम्बई में सम्पन्न...

भारत में कुटुंब सबसे छोटी इकाई होकर भी अतुलनीय शक्ति वाली है

प्रहलाद सबनानी ब्रिटेन एवं अन्य विकसित देशों में शादियों के पवित्र बंधन टूटने की घटनाएं बहुत बड़ी मात्रा में हो रही हैं, तलाक की संख्या...

नर से नारायण बनकर जीवन को सार्थक करें – भय्याजी जोशी

ग्वालियर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य भय्याजी जोशी ने कहा कि बाहरी साधनों के साथ हमें आंतरिक विकास भी करना चाहिए. तभी सम्पूर्ण...

विश्व बंधुत्व, हिन्दुत्व और हिन्दुस्तान का मौलिक दर्शन – डॉ. कृष्ण गोपाल जी

इंडिया इस्लामिक कल्चरल सेंटर में "हिन्दुत्व अर्थात भारतीय एकात्मता - मुस्लिम विद्वेष नहीं' पुस्तक का विमोचन नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ....

कुटुंब प्रबोधन – परिवार बहुत मूल्यवान इकाई है

बांसवाड़ा. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक नंदलाल जी ने कहा कि सुखी होना चाहते हैं तो भारतीय प्राचीन परिवार व्यवस्था को देखना चाहिए. भौतिक...

धर्म, मनुष्य को भगवान बनने के मार्ग पर ले जाता है – डॉ. मोहन भागवत जी

पुणे (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि ''अध्यात्म के आधार पर हमारे देश का आम आदमी भी विश्व...