करंट टॉपिक्स

संविधान में अंकित चित्रों में भारतीयता की झलक

सीकर. लक्ष्मीनारायण भाला ने कहा कि संविधान समझने के लिए उसमें अंकित चित्रों के भावों को समझें. संविधान के प्रत्येक अध्याय का चित्र एक विशेष...

समान नागरिक संहिता शीघ्र लागू हो – विश्व हिन्दू परिषद

रायपुर. रायपुर में केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक में, विश्व हिन्दू परिषद ने विधि आयोग द्वारा 'समान नागरिक संहिता' (यूसीसी) पर संदर्भ लेने का स्वागत...

केजी बालकृष्णन आयोग – बाबासाहेब के दृष्टिकोण को लागू करने का दायित्व

एक गोंडी मुहावरा है – बुच्च-बुच्च आयाना कव्वीते पालकी रेंगिना अर्थात आगे आगे होना, किंतु अपने मूल विषय पर कुछ भी ध्यान न देना. रंगनाथ...

सर्वोच्च न्यायालय़ ने जम्मू कश्मीर परिसीमन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज की; न्यायालय ने परिसीमन को ठहराया सही

नई दिल्ली. सर्वोच्च न्यायालय ने जम्मू कश्मीर में विधानसभा सीटों के परिसीमन को चुनौती देने वाली याचिका खारिज कर दी. जस्टिस संजय किशन कौल और...

सनातन धर्म के खिलाफ हो रहे षड्यंत्रों से समाज को बचाने के लिए समाज जागरण आवश्यक – स्वामी जितेंद्रानंद सरस्वती जी महाराज

भोपाल. हिन्दू जागरण मंच की अखिल भारतीय बैठक को लेकर शुक्रवार को वीएनएस कॉलेज में भूमिपूजन अखिल भारतीय संत समाज के राष्ट्रीय महामंत्री दंडी स्वामी...

विश्व कल्याण हेतु भारत को बनना होगा अग्रेसर – दत्तात्रेय होसबाले जी

जालन्धर. देश की स्वतन्त्रता के अमृत महोत्सव पर आयोजित गणतन्त्र दिवस समारोह पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने देश की स्वतन्त्रता के लिए संघर्ष करने वाले...

भारत की विशिष्टताओं और विविधताओं को एक सूत्र में पिरोता संविधान

ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष आज भारत विश्व के सबसे बड़े, गतिशील एवं जीवंत लोकतंत्र के रूप में प्रतिष्ठित है. लोकतंत्र की यह संकल्पना हमारे संविधान...

पूर्वाग्रह के कारण संविधान की मूल प्रति में अंकित चित्रों को सामने नहीं आने दिया

जयपुर. संविधान दिवस के अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र जयपुर की ओर से मालवीय नगर स्थित पाथेय भवन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. संगोष्ठी...

संविधान के प्रति राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का दृष्टिकोण

लोकेन्द्र सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत का प्रभावशाली सांस्कृतिक संगठन है. उसके विचार एवं गतिविधियों से समाज का मानस बनता और बदलता है. इसलिए अकसर...

“राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ – संविधान के ध्येय के अनुरूप राष्ट्रहित में कार्यरत”

प्रो. मनीषा शर्मा हमारे देश का संविधान भले ही 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था. परंतु 26 नवंबर, 1949 को ही देश की...