श्रीनगर, जम्मू कश्मीर. सुरक्षा बलों ने कश्मीर में आतंकवाद की कमर तोड़ दी है. क्षेत्र के विभिन्न जिलों में वर्ष 2020 में ही सुरक्षाबलों ने 26 टॉप आतंकी कमांडरों को मार गिराया है. ये सुरक्षाबलों पर हमलों को अंजाम देने के साथ ही क्षेत्र के युवाओं को आतंक के रास्ते पर ले जाने का प्रयास कर रहे थे. पुलिस अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों के बचे हुए कमांडरों को भी जल्द मार गिराया जाएगा, तथा कश्मीर का आतंकवाद से मुक्त करवा दिया जाएगा. डीजीपी दिलबाग सिंह ने प्रेस वार्ता में यह जानकारी प्रदान की.
अगस्त माह तक सुरक्षाबलों ने कश्मीर के अधिकतर जिलों से आतंकी कमांडरों का सफाया कर दिया है. तीन दिनों में कश्मीर में दो मुठभेड हुई हैं, जिसमें लश्कर के चार कमांडरों को मार गिराया गया है. नॉर्थ कश्मीर में लश्कर के तीन ग्रुप काम कर रहे थे. इनमें एक ग्रुप को नासिर चला रहा था तो दूसरे ग्रुप को सज्जाद उर्फ हैदर चला रहा था. दोनों का सफाया कर दिया गया है. एक को हंदवाड़ा में मारा गया तो दूसरे को बारामूला जिले में मार गिराया गया. अब नॉर्थ कश्मीर में एक कमांडर बचा हुआ है. इसी साल सुरक्षाबलों ने 12 अगस्त को पुलवामा में हिज्बुल के कमांडर आजाद ललहारी को मार गिराया था. उससे पहले लश्कर के रशीद को श्रीनगर के बाहरी इलाके में मारा गया था.
इसी तरह से इस साल रियाज नायकू, लश्कर के कमांडर हैदर, जैश के कारी यासिर और बुरहान, कोका को अलग-अलग मुठभेड़ में मार गिराया गया है. इससे आतंकियों की कमर कश्मीर में टूट चुकी है. इस साल टार्गेट रखा गया है कि कश्मीर के कई इलाकों को आतंक मुक्त कर दिया जाएगा.
पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह का कहना है कि इस साल कमांडरों को मार गिराने में सुरक्षाबलों को सफलता मिली है. सुरक्षाबलों के पास जो इनपुट आ रहे हैं, उसी हिसाब से ऑपरेशनों को जारी रखा जा रहा है ताकि कश्मीर में आतंकवाद का सफाया किया जा सके.
नॉर्थ कश्मीर में बड़े हमले का प्लान
सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि आतंकियों की तरफ से नॉर्थ कश्मीर में ‘डे अटैक’ का प्लान बनाया जा रहा था. लश्कर के कमांडर सज्जाद हैदर के मारे जाने के बाद नासिर नॉर्थ कश्मीर में बड़ा हमला करने की फिराक में था. उसके लिए उसने ग्रुप को तैयार कर लिया था, लेकिन अब वह मारा गया है. अपने इतने कमांडरों का नुकसान होने के बाद आतंकियों की तरफ से बड़ा हमला करने के इनपुट आ रहे हैं. हालांकि, सुरक्षाबलों ने अपने सूचना नेटवर्क को मजबूत रखा हुआ है. जहां से भी आतंकियों के छिपे होने की सूचना आ रही है, वहां पर तुंरत मुठभेड़ की जा रही है ताकि आतंकियों को हमला करने का मौका ना मिल सके.