नई दिल्ली. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने टेरर फंडिंग मामले में लगातार दूसरे दिन भी छापेमारी की कार्रवाई की. गुरुवार को एनआईए की टीमों ने श्रीनगर (जम्मू और कश्मीर) में 9 स्थानों और दिल्ली में एक स्थान पर छापेमारी की. सीमा पार से होने वाली टेरर फंडिंग के मामले में छापेमारी की गई है. एनआईए की टीम ने गुरुवार सुबह मोहम्मद जफर अकबर भट्ट के मकान पर छापा मारा.
जफर बट जम्मू कश्मीर साल्वेशन मूवमेंट के चेयरमैन है. जफर बट अलगाववादी सियासत में सक्रिय होने से पहले हिज्बुल मुजाहिदीन के उन कमांडरों में से एक थे, जिन्होंने वर्ष 2000 के दौरान केंद्र सरकार के साथ बातचीत में हिस्सा लिया था तथा बाद में सलाउद्दीन के साथ मतभेद पैदा होने पर इन लोगों ने बंदूक छोड़ दी और राजनीति में शामिल हो गए थे.
एनआईए की टीम ने सुबह कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर एक साथ छापे मारे. इनमें श्रीनगर और बड़गाम के इलाके शामिल हैं. जानकारी के अनुसार टेरर फंडिंग मामले में छापे मारे गए हैं. एनआईए कई दिनों से मामले की जांच करने में लगी हुई है. अब तक हुई जांच में जो सुराग मिले हैं, उन्हीं के आधार पर यह छापेमारी की गई है.
एनआईए की टीम श्रीनगर पहुंची, साथ में पुलिस और सीआरपीएफ की टीमें भी थीं. ये छापे स्थानीय अखबार ग्रेटर कश्मीर ट्रस्ट के कार्यालय, सोनवर में खुर्रम परवेज और एनजीओ एथ्राउट के एचबी हाउस बोट नेहरू पार्क क्षेत्र में स्थित कार्यालय और आवास पर मारे गए. छापे के दौरान किसी को भी बाहर जाने की इजाजत नहीं दी गई.
अभी कुछ दिन पहले एक व्यक्ति को कश्मीर से पकड़ा गया था. उससे पूछताछ के बाद नई बातों का पता चला है. उसके बाद ही विभिन्न जगहों पर छापे मारे गए हैं.
वीरवार को जिन लोगों पर छापामारी की गई है, वे सभी 6 गैर सरकारी संस्थाओं से जुड़े हुए थे. इनमें दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष जफर-उल-इस्लाम खान की अध्यक्षता में चैरिटी अलायंस, अनंतनाग में मानव कल्याण फाउंडेशन, जम्मू-कश्मीर यतेम फाउंडेशन, साल्वेशन मूवमेंट, जम्मू-कश्मीर वॉयस ऑफ विक्टिम्स के अलावा शबीर अहमद बाबा की अगुवाई वाला फलाह-ए-आम ट्रस्ट शामिल है, इस ट्रस्ट का संबंध प्रतिबंधित कश्मीर जमात-ए-इस्लामिया के साथ भी है.
इससे पहले बुधवार को भी एनआईए ने विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की थी. एनआईए ने बुधवार को श्रीनगर और बांदीपुर में 10 स्थानों और बेंगलुरु में एक स्थान पर छापेमारी की थी. एनआईए ने जम्मू और कश्मीर सिविल सोसाइटी के कोर्डिनेटर खुर्रम परवेज के निवास और दफ्तर में तलाशी ली थी. इसके अलावा खुर्रम परवेज के साथी परवेज अहमद बुखारी (पत्रकार), एक्टिविस्ट परवेज अहमद मटका और बेंगलुरु स्थित सहयोगी स्वाति शेषाद्री, परवीना अहंगर के ठिकानों की भी तलाशी ली थी.