करंट टॉपिक्स

पश्चिम बंगाल में ‘द केरल स्टोरी’ पर बैन

Spread the love

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के प्रदर्शन पर रोक लगा दी है. सोमवार को राज्य सचिवालय नवान्न से बैन की घोषणा की. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए ‘द केरल स्टोरी’ पर प्रतिबंध लगाया गया है. फिल्म में दिखाए गए सभी दृश्य राज्य की शांति व्यवस्था के लिए खतरनाक हो सकते हैं. इसलिए बैन किया गया है. कोलकाता, जिला सहित राज्य के हर जगह यह फैसला शांति बनाए रखने के लिए है.

इससे पूर्व तमिलनाडु में भी अघोषित रूप से फिल्म को बैन किया गया है. सिनेमा हॉल के मालिकों की एसोसिएशन ने विरोध व हिंसा का तर्क देकर फिल्म का प्रदर्शन रोक दिया है.

जबकि भ्रामक तथ्यों पर आधारित बीबीसी की डॉक्युमेंट्री को केंद्र सरकार द्वारा प्रतिबंधित किए जाने के बावजूद कई संस्थानों पर डॉक्युमेंट्री की स्क्रीनिंग चलती रही. स्क्रीनिंग के लिए हर तरीका अपनाया गया, कहीं प्रोजेक्टर तो कहीं लैपटॉप का भी उपयोग किया गया.

प्रतिबंध की घोषणा से पहले मुख्यमंत्री ने संवाददाता सम्मेलन में फिल्म की आलोचना की. साथ ही ‘द कश्मीर फाइल्स’ का मुद्दा भी उठाया और कहा कि एक राजनीतिक दल आग से खेल रहा है. वे जाति-धर्म पर मतभेद पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं. कश्मीर फाइल्स क्यों? एक समुदाय को परेशान करने के लिए.

केरल फाइल्स क्यों? वह भी झूठी और तोड़-मरोड़कर बनाई गई कहानी. ‘द केरल स्टोरी’ में 32,000 हिन्दू और ईसाई महिलाओं के धर्मांतरण की बात कही गई है. जिसको केरल की वामपंथी सरकार ने झूठा बताया है.

‘द केरल स्टोरी’ पर विरोध जताने के बावजूद ममता बनर्जी ने कहा कि मैं माकपा का समर्थन नहीं करती हूं. मैं लोगों के बारे में बात कर रही हूं. माकपा भाजपा के साथ मिलकर काम कर रही है. यह आलोचना मुझे नहीं, बल्कि उन्हें करनी चाहिए थी. वे एक साथ चलते हैं. यह भाजपा है, जो केरल की कहानी दिखा रही है.

वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने फिल्म को अपने राज्य में टैक्स फ्री घोषित किया है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कर्नाटक की एक रैली में द केरल स्टोरी की सराहना करते हुए कहा था कि यह फिल्म आतंकवाद को बेनकाब करेगी.

फिल्म डायरेक्टर सुदीप्तो सेन के निर्देशन में बनी ‘द केरल स्टोरी’ शालिनी, नीमा और गीतांजलि नाम की लड़कियों पर आधारित है, जो नर्स बनने का सपना लिए घर से दूर एक कॉलेज में आती हैं. जहां उनकी मुलाकात आसिफा से होती है. आसिफा एक फंडामेंटलिस्ट है और जैसे-जैसे फिल्म की कहानी आगे बढ़ती है, वैसे-वैसे यह पता चलता है कि वह आईएसआईएस के लिए लड़की भेजने का काम करती है. फिल्म में दिखाया गया है कि कैसे आसिफा अपने साथियों की मदद से उन तीन लड़कियों का ब्रेनवॉश करके उन्हें अपना धर्म बदलने के लिए उकसाती है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *