भोपाल. शनिवार को विश्व संवाद केंद्र में विमर्श समूह द्वारा ‘हलालोनॉमिक्स’ विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया. परिचर्चा में विषय के संबंध में देवांजन बोस द्वारा हलाल अर्थव्यवस्था पर उद्बोधन दिया गया. हलाल अर्थव्यवस्था क्या होती है, यह इस समय कैसे कार्य कर रही है…. सहित अन्य बातों पर विस्तार से जानकारी दी. बोस ने खाद्य वस्तुओं के अलावा अन्य कई रोजमर्रा की वस्तुओं के हलाल प्रमाणन होने की बात कही. साथ ही उन्होंने अस्पताल एवं दवाइयों पर हलाल का प्रमाणन होने की बात पर चिंता व्यक्त की.
उन्होंने बताया कि हलाल प्रमाणन के माध्यम से भारतीय प्रमाणन की कानून सम्मत व्यवस्था को चुनौती दी जा रही है. उसके माध्यम से समांतर प्रमाणन की व्यवस्था खड़ी की जा रही है जो देश के लिए उचित नहीं है. उन्होंने हलाल प्रमाणन के माध्यम से उगाही गई राशि के उपयोग के संबंध में भी चर्चा की.
अध्यक्षता सेवानिवृत्त न्यायाधीश ओमप्रकाश सुनरिया द्वारा की गई. उन्होंने अध्यक्षीय भाषण में इस विषय पर जनजागरण की बात कही. नीरज पांडे ने विमर्श समूह की अवधारणा एवं कार्यक्रमों की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस समूह के माध्यम से शहर के प्रबुद्धजनों, डॉक्टर, इंजीनियर, अधिवक्ता, शिक्षाविद, प्रशासनिक अधिकारियों को समसामयिक विषयों पर संवाद हेतु मंच प्रदान किया जाता है. कार्यक्रम का संचालन मनीष झोकरकर एवं आभार प्रदर्शन यू.एम. शुक्ला ने किया.