नई दिल्ली. देश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. जिसे देखते हुए राज्य सरकारों ने सख्त पाबंदियों सहित लॉकडाउन की घोषणा की है. इसके बाद केंद्र सरकार ने सोमवार को एक बड़ा निर्णय लिया. सरकार ने घोषणा की कि 01 मई से देश में 18 वर्ष की आयु से अधिक के सभी लोग कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे. इसके लिए 1 मई से देश में टीकाकरण का तीसरा चरण प्रारंभ होने वाला है. सरकार का यह निर्णय दवा कंपनियों और प्रमुख चिकित्सकों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोमवार को हुई बैठक के बाद आया है.
– वैक्सीन उत्पादक कंपनियों को सप्लाई का 50% राज्यों को देने की छूट दी गई है. कंपनियां अब ओपन मार्केट में भी पहले से निर्धारित कीमत पर वैक्सीन उपलब्ध करवा सकती है.
– राज्य सरकारों को अधिकार दिया गया है कि वे अतिरिक्त वैक्सीन की डोज निर्माता कंपनियों से ले सकेंगी. इसके अलावा 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को वैक्सीन देने की छूट भी है.
– 1 मई से खुले बाजार में वैक्सीन उपलब्ध होगी, लेकिन टीका लेने के लिए प्रोटोकॉल का पालन करना होगा. जिसके तहत कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड करना ही होगा.
– भारत सरकार अपने हिस्से के 50% टीके को राज्य सरकारों को देगी, जिसका आधार ये होगा कि उस राज्य में एक्टिव केस कितने हैं. कोविड मैनेजमेंट कैसा है? टीके की बर्बादी किस स्तर पर हो रही हैं? ये भी ध्यान में रखा जाएगा.
– जिन लोगों का टीके का दूसरा डोज बचा है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. इस घोषणा के तहत राज्य सरकार निजी अस्पताल, इंडस्ट्रियल एस्टेब्लिशमेंट, टीका उत्पादन करने वाली कम्पनियों से सीधे टीका खरीद सकती हैं.
निर्णय को लेकर केंद्र सरकार ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान के तीसरे चरण में टीकों की खरीद और टीका लगवाने की पात्रता में ढील दी जा रही है. सरकार की ओर से कोरोना वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को उनकी 50 प्रतिशत तक आपूर्ति पहले घोषित किए गए दाम पर राज्य सरकारों और खुले बाजार में बेचने का अधिकार दिया गया है.