कर्णावती. विद्या भारती प्रचार विभाग की अखिल भारतीय बैठक डॉ. हेडगेवार भवन, कर्णावती (अहमदाबाद) गुजरात में सम्पन्न हुई. यह बैठक प्रति वर्ष आयोजित होती है, जिसमें देशभर के हर प्रान्त से प्रचार विभाग का कार्य देखने वाले कार्यकर्त्ता भाग लेते हैं. 2020 में यह बैठक लखनऊ, 2019 भोपाल में आयोजित हुई थी. इस वर्ष की बैठक में कुल 11 क्षेत्रों में से 10 क्षेत्रों व 30 प्रान्तों से 76 प्रतिभागियों ने भाग लिया. अखिल भारतीय बैठक में अ. भारतीय संगठन मंत्री काशीपति जी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पश्चिम क्षेत्र के क्षेत्र प्रचार प्रमुख प्रमोद बापट जी विशेष रूप से उपस्थित रहे.
काशीपति जी ने कहा कि प्रचार विभाग के कार्यकर्ताओं को अपना अध्ययन व तकनीकी कुशलता बढ़ानी चाहिए. सभी प्रान्तों में समाचार पत्र-पत्रिकाओं में लिखने वालों से संपर्क बनाना, राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में प्रचार विभाग की भूमिका सुनिश्चित करना, शिशुवाटिका में विद्या भारती के सफल प्रयोगों को मल्टी मीडिया के माध्यम से प्रसारित करना आदि विषयों पर कार्य करना चाहिए. राष्ट्रीयता की मूलभूत बातों का अध्ययन कर समाज के सामने रखना आवश्यक है. धर्म में शिक्षा का क्या स्थान है, आज के संदर्भ में धर्म की नीति संविधान में है. संविधान के चार अध्याय प्रस्तावना, नागरिक कर्तव्य, अधिकार और नीति निर्देशक सिद्धांत यह नई पीढ़ी के सामने आना चाहिए.
प्रमोद बापट जी ने कहा कि पत्रिकाएं समाज में हमारे विचार का प्रतिनिधित्व करती हैं, इसलिए उनके कंटेंट का मूल्यांकन भी होना चाहिए. हमारा पत्रकारिता संस्थान से संपर्क बने और समाचार विश्लेषण की व्यवस्था अपने तंत्र में खड़ी हो, इसके लिए प्रयास करने की आवश्यकता है.
दो दिवसीय बैठक में रवि कुमार ने शिक्षा में विमर्श विषय पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि भारत केंद्रित शिक्षा का विमर्श मीडिया के माध्यम से हमें खड़ा करना है. इसलिए मीडिया के विभिन्न माध्यमों का उपयोग करते हुए हमारी वैसी तैयारी चाहिए. भारत केन्द्रित शिक्षा की दृष्टि से विद्या भारती के अपने तंत्र में और अपने तंत्र से बाहर इस विषय में क्या आ रहा है, उसे ढूंढने की दृष्टि व समझ प्रचार विभाग के कार्यकर्ताओं में चाहिए.
अवनीश भटनागर अखिल भारतीय मंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति में वर्णित बातों की विस्तृत चर्चा की और इसके क्रियान्वयन में प्रचार विभाग की भूमिका पर प्रकाश डाला. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति भारत केन्द्रित है और उसमें आए विषय हमारे विचारों के अनुकूल हैं. अतः इसके क्रियान्वयन में हमारा दायित्व बढ़ जाता है. उन्होंने फीचर लेखन विषय पर भी प्रस्तुति दी. उन्होंने कहा कि हमें स्वयं का प्रचार नहीं, विचार का प्रचार करना है. हमारा लेखन पाठकों के लिए ग्राह्य होना चाहिए.
बैठक में पत्रकारिता संस्थान MIMCJ कॉलेज अहमदाबाद का विशेष सहयोग रहा. वहां से आए दो विशेषज्ञों कौशल उपाध्याय, लव त्यागी द्वारा वीडियो मेकिंग व सोशल मीडिया में कंटेंट की पहुंच कैसे बढ़े, इस विषय पर अपनी प्रस्तुति दी. इसके अलावा विभिन्न सत्रों में वृत्त कथन, सोशल मीडिया, फेसबुक अल्गोरिदम, समाचार संग्रहण, संपादन व प्रेषण, समाचार विश्लेषण, साइबर सुरक्षा आदि विषयों पर चर्चा व संवाद हुआ. विद्या भारती प्रचार विभाग की प्रान्तों से अपेक्षाएं अष्ट बिंदु के रूप में सभी के सामने रखी गई. अंतिम सत्र में क्षेत्रशः आगामी कार्य योजना बनाई गई.