मेरठ. सेवा भारती मेरठ महानगर, द्वारा शनिवार 27 फरवरी को संत शिरोमणि गुरु रविदास जयंती पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का शुभारंभ संत शिरोमणि गुरु रविदास जी एवं भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व एकल गीत से हुआ. कार्यक्रम अध्यक्ष राज करण जी, विशिष्ट अतिथि कमल दत्त शर्मा, मुख्य वक्ता अजय मित्तल जी (प्रज्ञा प्रवाह, समन्वयक), सन्त सोमनाथ जी फूल मुरलीपुर माता काली गौशाला के पालक एवं मां सरस्वती मन्दिर एवं सन्त रविदास मंदिर के पुजारी जी का सान्निध्य प्राप्त हुआ.
अजय मित्तल जी ने कहा कि संत रविदास जाति विहीन हिंदू समाज की स्थापना पर बल देते थे. वे दीन दुखियों की सेवा को ही ईश्वर पूजा मानते थे. तत्कालीन इस्लामिक सत्ता से भी वे स्वयं टकराए. प्रसिद्ध सदना पीर उन्हें मुस्लिम बनाने आया, परंतु संत रविदास के तर्कों के आगे हार मानकर वह स्वयं हिंदू बन गया.
कमल दत्त शर्मा ने कहा कि सबसे बड़ा धर्म हिंदू धर्म को क्यों छोड़ो, ऐसा रविदास ने इस्लामिक सत्ता के दौरान कहा था. आज राष्ट्र विरोधी तत्वों द्वारा दलितों को हिंदू समाज से दूर कर, राष्ट्र को, हमारे धर्म को, कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है. हमें स्वस्थ समरस समाज की स्थापना पर बल देना है. कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत समाजसेवियों को भी सम्मानित किया गया.
मेधावी छात्र-छात्राओं को भी सम्मानित किया गया. प्रांत कार्यवाह फूल सिंह जी का भी मार्ग दर्शन प्राप्त हुआ. वन्दे मातरम् मीनाक्षी कौशल व डॉक्टर पायल अग्रवाल ने गाकर कार्यक्रम का समापन किया.