मैसेजिंग एप WhatsApp ने 2021 के नए आईटी नियमों के अनुपालन में 74 लाख अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई की है. रिपोर्ट्स के अनुसार, मैसेजिंग प्लेटफॉर्म ने अगस्त माह में देश में कम से कम 7,420,748 अकाउंट्स पर बैन लगाया है. किसी भी रिपोर्ट या शिकायत मिलने से पहले, लगभग 3,506,905 अकाउंट को प्रो-एक्टिवली बैन कर दिया गया था. मेटा के स्वामित्व वाले ऐप ने अपनी मासिक कंप्लायंस रिपोर्ट में, भारत में अगस्त में रिकॉर्ड 14,767 शिकायत रिपोर्ट प्राप्त की.
भारत में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. हर दिन नए घोटाले के मामले सामने आ रहे हैं और मैसेजिंग ऐप WhatsApp इन घोटालों का सबसे बड़ा अड्डा बनता जा रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि स्कैमर्स, WhatsApp मैसेज या फिर कॉल के जरिए लोगों तक पहुंचते हैं और उनसे लाखों रुपये ठग लेते हैं. हालांकि, स्कैमर्स से निपटने के लिए अब WhatsApp अपने प्लेटफॉर्म को और अधिक सुरक्षित बनाने पर काम कर रहा है और यूजर्स से मिल रही शिकायतों को भी गंभीरता से ले रहा है.
WhatsApp ने एक डेडिकेटेड प्राइवेसी चेक फीचर जोड़ा है, जो यूजर्स को उनके अकाउंट्स पर अनलॉक की गई प्राइवेसी सेटिंग्स और फीचर्स के बारे में जांच करने में सक्षम बनाता है. कंपनी ने बताया कि इन उपायों का उद्देश्य प्लेटफॉर्म का उपयोग करते समय यूजर की प्राइवेसी को बढ़ाना और उनकी जानकारी को सुरक्षित रखना है.
अगर आप WhatsApp के जरिए किसी गलत काम में लिप्त हैं तो कंपनी आपके अकाउंट को किसी भी वक्त बैन कर सकती है. प्लेटफॉर्म पर गंदे मैसेजेस, ब्लैक मेलिंग, स्पैम, फेक जॉब, फ्रॉड आदि जैसी सभी गतिविधियां बैन हैं. साथ ही न्यूडिटी पर भी कंपनी एक्शन लेती है. अगर आप इस तरह का काम WhatsApp पर कर रहे हैं तो कंपनी आपका अकाउंट हमेशा के लिए बंद कर सकती है. WhatsApp हानिकारक या अपमानजनक खातों का पता लगाने के लिए किसी खाते के जीवन चक्र में तीन प्रमुख चरणों पर काम करता है – रजिस्ट्रेशन, मैसेज और नेगेटिव मैसेजेस पर रिस्पॉन्स, जो इसे यूजर्स रिपोर्ट और ब्लॉक के रूप में प्राप्त होती है.