जिनके जीवन में राम, वह तर जाता है – योगी आदित्यनाथ
लखनऊ. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य भय्याजी जोशी ने कहा कि लंका विजय से वापस आने पर भगवान राम ने अयोध्या में जिस प्रकार के राज्य की स्थापना की थी, उसी प्रकार श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश में रामराज्य आएगा. हम पुनर्जन्म में विश्वास करते हैं. भगवान राम के साथ त्रेतायुग में खड़ी वानर सेना के लोग ही आज रामजी के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं. उस वक्त जो लोग विरोध कर रहे थे, उसी प्रकार के लोग आज भी विरोध कर रहे हैं.
भय्याजी जोशी मंगलवार को पांच कालीदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर हेरिटेज हैंडवीविंग रिवाइवल चैरिटेबल ट्रस्ट की ओर से तैयार श्रीरामलला के वस्त्रों के अर्पण कार्यक्रम में संबोधित कर रहे थे. इस अवसर पर प्रभु श्री रामलला के लिए हैंडलूम से बना वस्त्र श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र को समर्पित किया गया. यह वस्त्र रामलला धारण करेंगे. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और तीर्थ क्षेत्र के कोषाध्यक्ष गोविंददेव गिरि सहित अन्य उपस्थित रहे.
भय्याजी जोशी ने कहा कि भगवान राम के चरणों में नमन करते हुए हथकरघा के कारीगरों के लिए प्रार्थना करता हूं. भगवान राम के लिए बने इस वस्त्र में बड़ी संख्या में लोगों का हाथ लगा है. जब-जब समाज का सामान्य व्यक्ति खड़ा हुआ तो आंदोलन सफल हुआ. मेरा मानना है कि राम मंदिर आंदोलन में एक बार फिर जनसामान्य खड़ा हुआ. वह चाहे कारसेवा का कार्यक्रम रहा हो या फिर अब मंदिर निर्माण का कार्य. यह सब इसलिए हो पा रहा है क्योंकि हमारे अंदर राम नाम का दीया आज भी जल रहा है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राम के बिना कोई कार्यक्रम नहीं होता है. कोई शुभ कार्य होता है तो अखंड पाठ होता है. जन्म होता है तो राम, भोजन करते हैं तो राम, मिलते हैं तो राम और अंतिम यात्रा में भी राम का नाम लिया जाता है. यह दुनिया का इकलौता अद्भुत उदाहरण है. सैकड़ों वर्षों तक धैर्य के साथ इंतजार करना, कानूनी लड़ाई लड़ने का सिलसिला चला. कितने लोगों ने राम जी के लिए बलिदान दिया. जो राम के साथ खड़ा हुआ, वह तर गया. रावण हो, मारीच, राम से अलग होने पर समाज ने तिरस्कृत किया.