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आप #श्रीराममंदिर के लिए आए हैं, आपको खाली हाथ नहीं जाने देंगे

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#चूरू बिंदासर

ढाणी शिवरान में निधि समर्पण अभियान के प्रथम चरण में धन संग्रह हेतु कार्यकर्ता एक नायक परिवार की ढाणी में पहुंचे. उनको श्रीराम मंदिर निर्माण के बारे में बताया तो बहुत प्रसन्न होते हुए उन्होंने 500 रु देने का प्रस्ताव दिया.

कार्यकर्ता ने बताया कि : अभी तो केवल 11,000 और इससे ऊपर की ही रसीद बन रही है, इससे कम सहयोग करने वालों के लिए अभियान के दूसरे चरण में हम फिर से आएंगे, तब हम आपसे आकर ले लेंगे.

पुनाराम जी : नहीं, आप लोग श्रीराम मंदिर के लिए आए हैं तो हम आपको ऐसे तो नहीं जाने देंगे.

फिर उन्होंने अपनी जेब से पैसे निकाले तो करीब 3500 रु निकले.

कार्यकर्ताओं ने एक बार आग्रह किया कि वे दूसरे चरण में अवश्य आएंगे…

लेकिन वे नहीं रुके, अपने भाई से पूछा तो उसके पास 5000 रु थे, तो कुछ चिंता में पड़ गए. फिर सहम कर संकोच के साथ अन्नाराम जी से पूछा, जो उसी गांव के थे और गांव में संपर्क अभियान में सहयोग कर रहे थे.

उनसे कहा – “आपके पास कुछ पैसे हैं तो इन्हें दे दीजिए, हम आपको वापस लौटा देंगे” और इस प्रकार श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए निधि समर्पण के निमित्त आई टोली को खाली नहीं लौटने दिया, उन्होंने 11000 की ही रसीद कटवाई….

जय श्रीराम

 

83 वर्षीय प्रभु लाल नेगी ने निधि समर्पण को कार्यकर्ताओं से किया संपर्क

शिमला. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ ही आम जन में विशेष उत्साह है. लोगों को चिंता है कि पुण्य कार्य में सहयोग से कहीं छूट न जाएं, उनके हाथ से पुण्य अवसर निकल न जाए. इसलिए निधि समर्पण अभियान में लगी टोलियों का इंतजार करने के स्थान पर स्वयं उनसे संपर्क कर रहे हैं. और निधि समर्पण कर रहे हैं.

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में भावानगर के दूरदराज कटगांव निवासी 83 वर्षीय प्रभु लाल नेगी ने भी टोली से स्वयं संपर्क किया. वे ग्रामीण विकास विभाग हि.प्र. शिमला से वर्ष 1997 में सहायक निदेशक के पद से सेवानिवृत हुए हैं और अब अधिकतर समय कटगांव में रहते हैं. इन्हें आवश्यक कार्य से बीते माह किन्नौर से शिमला आना पड़ा. इसी बीच पता चला कि श्रीराम मंदिर निधि समर्पण अभियान 27 फरवरी को ही सम्पन्न हो जाएगा. चिंतित हो गए कि निधि समर्पण से छूट न जाएं, अभी अपने गांव जाना संभव नहीं था तो अभियान में लगे स्वयंसेवकों से संपर्क किया. अपनी मजबूरी बताई और डाक से समर्पण भेजने की बात भी कही.

कार्यकर्ताओं ने उनके भाव को देखते हुए शिमला स्थित कार्यालय में बात की. कार्यालय से जानकारी मिलने के पश्चात स्थानीय कार्यकर्ता प्रभु लाल जी के घर पहुंचे. प्रभु लाल नेगी जी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण के लिए 21,000 रुपये की निधि समर्पित की.

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