बैंगलुरू/तिरुवनंतपुरम, मार्च 18 (विसंकें). केरल में परीक्षाओं के दौरान प्रश्न पत्रों पर अर्ध चंद्र और तारे का निशान प्रकाशित किया गया है. अर्ध चंद्र और तारा मुस्लिम लीग के झंडे का एक हिस्सा है. सरकार के रवैये पर सवाल खड़े हो रहे हैं तथा विभिन्न वर्गों ने विरोध शुरू कर दिया है. केरल में कांग्रेस- आईयूएमएल (इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग) गठबंधन सरकार में शिक्षा विभाग आईयूएमएल के पास है.
दसवीं कक्षा के अंग्रेजी माध्यम के सामाजिक विज्ञान (सोशल साइंस) के प्रश्न पत्र में पहले और अंतिम पृष्ठ पर अर्ध चंद्र और तारे का निशान अंकित किया गया है. परीक्षा आयोजन राज्य बोर्ड द्वारा किया जा रहा है, परीक्षा सोमवार को आयोजित की गई थी.
धर्म समुदाय या राजनीतिक दल से संबंधित चिन्हों का प्रयोग बिंदु (.) या अन्य अनापत्तिजनक चिन्हों के स्थान पर किया गया है. जिसे किसी भी रूप में सही नहीं कहा जा सकता. सवाल खड़े होने शुरू हो गए हैं कि क्या यह शिक्षा का सांप्रदायीकरण नहीं है.
सीपीआई (एम) से संबंध केरल राज्य अध्यापक संघ के महासचिव टी तिलकराज ने कहा कि यह निंदनीय घटना आईयूएमएल द्वारा प्रश्न पत्रों तक का इस्लामीकरण करने का षड्यंत्र है. भाजपा युवा मोर्चा ने भी प्रश्न पत्रों को राजनीतिक रंग देने का विरोध किया. युवा मोर्चा कार्यकर्ताओं ने सरकार के प्रयास के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया.
हिंन्दू एक्य वेदी के प्रमुख कम्मनम राजशेखरन ने अपने ट्वीट में घटना की निंदा की. उन्होंने कहा कि आज प्रश्न पत्र में मुस्लिम लीग के झंडे का निशान देखकर झटका लगा, केरल सरकार शिक्षा प्रणाली का सांप्रदायीकरण कर रही है.
पिछले चार साल की अवधि के दौरान शिक्षा विभाग पर कई बार सवाल खड़े हो चुके हैं. पूर्व में शिक्षा विभाग की ओर से मंत्री के कार्यक्रम में आने वाली महिलाओं (कर्मचारियों) के लिये हरे बार्डर वाली साड़ी पहनने के निर्देश जारी कर चुका है, आदंशों पर विवाद खड़ा होने के पश्चात उन्हें बाद में वापिस ले लिया गया था.