असमिया संस्कृति की पहचान तथा असमिया लोगों का प्रिय उत्सव रंगाली बिहू के हर्षोल्लास के मध्य घटित हिंसा से पूरे असम में आक्रोश का माहौल है. यह घटना गत 20 अप्रैल 2014 को रात तेजपुर जिला के अन्तर्गत बिहगुरी दैनिक बाजार के निकट स्थित मुसलिम गांव में घटी. सूत्रों के मुताबिक बिहगुरी पाँचनै गांव का एक बिहू दल तेजपुर शहर से अपना नृत्य प्रदर्शन करके वापस अपने गांव लौट रहा था. जब इस दल ने बिहगुरी के मुसलिम गांव के इलाके में प्रवेश किया तो गांव के कुछ लोगों ने बिना वजह बिहू दल का रास्ता रोका और धारदार हथियारों से उन पर हमला किया. फलस्वरूप, दल के अधिकांश लोग घायल हो गये. उन में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें गुवाहाटी चिकित्सा महाविद्यालय में भर्ती कराया गया है. बदमाशों ने बिहू दल की लड़कियों से बदसलूकी तथा छेड़-छाड़ भी की. घटना की खबर मिलते ही बिहगुरी के गांववाले भड़क उठे. मामले की गंभीरता को देखते हुए तेजपुर जिला पुलिस ने 11 मुसलमानों को गिरफ्तार कर लिया.
अगली सुबह लोग बिहगुरी दैनिक बाजार के निकट एकत्र हुये और इस घटना के विरोध में प्रदर्शन किया. इधर, असली अभियुक्तों को पकड़ने में असमर्थ पुलिस पर भी लोगों का आक्रोश फूटा और पुलिस की मौजूदगी में ही दो अभियुक्तों की दुकानें फूँक डाली.
अशांत स्थिति पर काबू पाने के लिये प्रशासन ने इलाके में दोपहर 2 बजे से कर्फ्यू लगा दिया है. बिहू दल पर हुए हमले की घटना पर सभी दलों और संगठनों ने कड़ी निंदा करते हुए दोषियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की है.