चित्रकूट. एकात्म मानववाद के प्रणेता पं. दीनदयाल उपाध्याय जी की पुण्यतिथि पर दीनदयाल परिसर में उनकी प्रतिमा के समक्ष दीनदयाल शोध संस्थान के सभी कार्यकर्ताओं ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये. नानाजी ने पं. जी की अकाल मृत्यु के पश्चात उनके चिंतन को साकार रूप देने के लिये ही दीनदयाल शोध संस्थान की स्थापना कर ग्राम विकास का मॉडल प्रस्तुत किया. जिसमें महात्मा गांधी एवं बिनोवा भावे जी के विचारों को भी आत्मसात किया.
भारत सरकार दीनदयाल शोध संस्थान के सहयोग से आगामी 24 से 27 फरवरी तक सुरेन्द्रपाल ग्रामोदय विद्यालय खेल प्रांगण, दीनदयाल परिसर चित्रकूट में 4 दिवसीय ग्रामोदय मेले का आयोजन कर रही है. मेले में केन्द्र सरकार, निजी क्षेत्र, स्वयंसेवी संस्था एवं लघु व कुटीर उद्योगों द्वारा प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा. प्रदर्शनी में सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं के साथ फूड कार्नर, मनोरंजन, खादी ग्रामोद्योग के उत्पादों के साथ विभिन्न विभागों के विकास की झांकी भी शामिल रहेगी.
27 को नानाजी की पुण्यतिथि पर होगा विशाल भंडारा
भारत रत्न राष्ट्रऋषि नानाजी ने गाँवों के विकास में समाज की पहल और सहभागिता को अपना ध्येय माना है. इसलिये उनकी नवमी पुण्यतिथि पर 27 फरवरी को विशाल भंडारे के लिये एक मुठ्ठी अनाज व एक रुपया देकर राष्ट्रऋषि नानाजी देशमुख को अपनी श्रद्धांजलि देकर यज्ञ में छोटी सी आहुति देकर पुण्य के भागीदार बनने की अपील आम जनमानस से की जा रही है.