पश्चिम बंगाल मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक एवं शिक्षक बंधु मंडल, उनकी गर्भवती पत्नी और उसके शिशु की नृशंस हत्या अत्यंत निदंनीय है. जिन लोगों ने इस जघन्य कृत्य को अंजाम दिया था, उन्हें दंडित किया जाना चाहिए.
कानून और व्यवस्था राज्य सरकार के अधीन आती है, और राज्य सरकारों को धर्म के नाम पर क्रूरता का कार्य करने वालों को दंडित करने के लिए कठोर कदम उठाने चाहिए. अपराधी राजनीतिक आत्मनिर्भरता के लिए मामले को घसीटने से नहीं डरते.
ऐसे अपराधों को केवल तब रोका जा सकता है, जब अपराधियों, अपराधियों के सहायकों, और अपराधियों को छिपाने और सहायता प्रदान करने वालों को दंडित किया जाता है. यह एक दर्दनाक तथ्य है कि इस्लामी आतंकवाद को रोकने के लिए उठाए गए कदमों के बावजूद, धार्मिक आतंकवादियों द्वारा निर्दोष व्यक्तियों की अंधाधुंध व्यक्ति हत्या हमारी न्यायपालिका की कमजोरी के कारण है.
तंजौर में तमिलनाडु में, रामलिंगम की इस्लामिक आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी. पिछले एक साल से यह मामला पूछताछ के स्तर पर चल रहा है. ऐसे में अपराधियों के मन से डर दूर हो जाता है. इसके अलावा, इस्लामी आतंकवादियों को जेल में लक्जरी सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. ये इस बात का उदाहरण है कि अपराधी पुलिस अधिकारियों को डराने का किस हद तक जा सकते हैं.
यह देखते हुए कि हर राज्य में इस तरह के क्रूर हमले जारी हैं, केंद्र सरकार को दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने के लिए विशेष ध्यान देना चाहिए. हम केंद्र से राज्य पुलिस का मार्गदर्शन करके धार्मिक आतंकवाद के उन्मूलन के लिए कदम उठाने का आग्रह करते हैं.
हिन्दू मुन्नानी पश्चिम बंगाल राज्य सरकार से तुरंत दोषियों का पता लगाने और उन्हें दंडित करने के लिए कदम उठाने की मांग करता है.
राष्ट्रीय और दिव्य मिशन में
राम गोपालन
हिन्दू मुन्नानी