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विश्व पर्यावरण दिवस तक ही सीमित न रह जाये पर्यावरण संरक्षण का विमर्श

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नई दिल्ली. ४ जून को दिल्ली के प्रगति मैदान में “Save Nature, Save Future” के संकल्प के साथ विश्व पर्यावरण कांफ्रेंस २०२२ का प्रारम्भ हुआ. ३ दिनों तक चलने वाली प्रदर्शनी में एक ओर पर्यावरण संरक्षण के गंभीर विषयों पर मंथन चलेगा, वहीं दूसरी ओर Environment Protection Technologies, Eco Friendly product, Waste Management Solution Providers, renewable energy के रूप में स्वदेशी और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों स्टॉल पर प्रदर्शनी भी रहेगी.

कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में Knowledge Partner के रूप में सहयोगी पर्यावरण संरक्षण गतिविधि (PSG) के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख राजीव बंसल ने श्रोताओं के साथ संवाद करते हुए गतिविधि का परिचय और इसकी कार्य पद्वति के बारे में बताया. उन्होंने वर्तमान परिपेक्ष्य में पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकता पर कहा कि पर्यावरण के क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली समस्याओं के समाधान के लिए सामाजिक जागरूकता बहुत आवश्यक है. बिना सामाजिक जागरूकता के सामान्य व्यक्ति का पर्यावरण संरक्षण में योगदान नहीं हो पाएगा. पर्यावरण संरक्षण के लिए पर्यावरण और जल मंत्रालय द्वारा बनाई जाने वाली योजनाओं का क्रियान्वन सफलतापूर्वक तभी हो पाएगा, जब समाज सक्रिय रूप में सहयोग करे. पर्यावरण संरक्षण का मंथन केवल विश्व पर्यावरण दिवस के सेमीनारों तक ही सीमित न रह जाए, बल्कि हमें इन समस्याओं के समाधानों को अपने दैनिक व्यवहार में भी लाना पड़ेगा. पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में काम कर रही विभिन्न संस्थाओं को संगठित होकर काम करने की भी आवश्यकता है.

 

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