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भारत में 7.3 करोड़ से अधिक लोगों का टीकाकरण किया गया

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8 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में दैनिक नए मामलों में वृद्धि दर्ज की गई

नई दिल्ली. कोरोना के खिलाफ महत्वपूर्ण लड़ाई में देश में टीकाकरण की संख्या 7.3 करोड़ से अधिक हो गई है. 03 अप्रैल सुबह 7 बजे तक अनंतिम रिपोर्ट के अनुसार 11,53,614 सत्रों के माध्यम से कुल 7,30,54,295 वैक्सीन खुराक दी जा चुकी हैं. इनमें 45 वर्ष से अधिक आयु के 89,32,642 एचसीडब्ल्यू (पहली खुराक), 52,96,666 एचसीडब्ल्यू (दूसरी खुराक), 95,71,610 एफएलडब्ल्यू (पहली खुराक) और 39,92,094 एफएलडब्ल्यू (दूसरी खुराक) और 4,45,77,337 (पहली खुराक) और 6,83,946 (दूसरी खुराक) लेने वाले लाभार्थी शामिल हैं.

कुल टीकाकरण के आंकड़े 6 करोड़ (6,30,81,589) से अधिक हैं, जिन्हें पहली खुराक दी गई है, जबकि दूसरी खुराक लेने वाले लाभार्थियों की संख्या 1 करोड़ (99,72,706) के करीब है. टीकाकरण अभियान (2 अप्रैल, 2021) के 77वें दिन 30,93,795 वैक्सीन की खुराक दी गई, जिसमें 35,624 सत्रों में 28,87,779 लाभार्थियों को पहली खुराक के लिए टीका लगाया गया जबकि 2,06,016 लाभार्थियों को दूसरी खुराक के लिए टीका लगाया गया.

दूसरी ओर महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, दिल्ली, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, पंजाब और मध्य प्रदेश सहित आठ राज्यों में कोविड के दैनिक नए मामलों में वृद्धि दर्ज की गई है. इन 8 राज्यों से 81.42% नए मामले सामने आए हैं.

पिछले 24 घंटों में 89,129 नए मामले दर्ज किए गए हैं. महाराष्ट्र में सबसे अधिक दैनिक नए मामले 47,913 दर्ज किए गए हैं. इसके बाद कर्नाटक में 4,991 और छत्तीसगढ़ में 4,174 नए मामले सामने आए हैं. देश में कुल सक्रिय मामलों के 77.3 प्रतिशत के लिए पांच राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, केरल और पंजाब विशेष रूप से जिम्मेदार हैं. देश के कुल सक्रिय मामलों में महाराष्ट्र का अकेले 60 प्रतिशत (59.36 प्रतिशत) का योगदान है.

कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्य सचिवों, पुलिस महानिदेशकों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ कल उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित किया गया है, जहां पिछले दो हफ्तों में कोविड-19 के दैनिक मामलों और दैनिक मृत्यु दर में काफी तेजी से वृद्धि दर्ज की जा रही है. 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को “गंभीर चिंता का विषय” के रूप में वर्गीकृत किया गया है. इन राज्यों को जांच में बढ़ोतरी, कंटेनमेंट क्षेत्रों में कड़ाई बरतने, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग और कोविड उपयुक्त व्यवहार लागू करने के माध्यम से सक्रिय मामलों और दैनिक मृत्यु में रोकथाम को सुनिश्चित करने के लिए शीघ्र और प्रभावी उपाय अपनाने को कहा गया है. इन राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को पूर्व में जारी मानक नैदानिक प्रबंधन प्रोटोकॉल को अपनाने की भी सलाह दी गई है. बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि केन्द्र कोविड-19 से लड़ने के लिए सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों और नैदानिक ​​प्रबंधन के लिए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सभी संसाधन और सहायता प्रदान करना जारी रखेगा.

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