नई दिल्ली। पहलगाम आतंकी हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी को बड़ी सफलता मिली है। जांच एजेंसी ने 26 निरपराध लोगों की बेरहमी से हत्या करने वाले आतंकियों को शरण देने के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
जांच एजेंसी ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों में पहलगाम के बटकोट के परवेज अहमद जोथर और पहलगाम के ही हिल पार्क के बशीर अहमद जोथर शामिल हैं। दोनों ने जांच एजेंसी के सामने पहलगाम आतंकी हमले में शामिल तीन सशस्त्र आतंकवादियों की पहचान का खुलासा किया है, और यह भी पुष्टि की है कि वे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े पाकिस्तानी नागरिक थे।
एनईए की जांच के अनुसार, परवेज और बशीर ने हमले से पहले हिल पार्क में एक मौसमी ढोक (झोपड़ी) में तीन सशस्त्र आतंकवादियों को शरण दी थी। दोनों ने आतंकवादियों को भोजन, आश्रय और रसद सहायता प्रदान की थी, जिन्होंने उस दुर्भाग्यपूर्ण दोपहर को, पर्यटकों की धार्मिक पहचान के आधार पर चुन-चुन कर मार डाला था।
एनआईए ने दोनों को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, 1967 की धारा 19 के तहत गिरफ्तार किया है।
22 अप्रैल 2025 को जम्मू कश्मीर के पहलगाम में छुट्टियां मनाने गए पर्यटकों की पाकिस्तानी आतंकियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। आतंकियों ने धर्म पूछकर केवल हिन्दुओं की हत्या की थी।