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महाकुम्भ नगर, प्रयागराज। सनातन संस्कृति व आस्था के महापर्व, प्रयागराज महाकुम्भ में विश्व के कोने-कोने से श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए आ रहे हैं। महाकुम्भ 2025 में अब तक लगभग 40 करोड़ श्रद्धालु स्नान कर चुके हैं। इसी क्रम में सनातन में आस्था रखने वाले पाकिस्तानी हिन्दू भी प्रयागराज महाकुम्भ में पवित्र संगम करने के लिए तीर्थराज में पहुंचे हैं।
पाकिस्तान के सिंध व पंजाब प्रांत से 68 हिन्दू श्रद्धालुओं का दल प्रयागराज पहुंचा। सभी श्रद्धालुओं ने पवित्र संगम में स्नान कर अपने पूर्वजों की अस्थियों का विसर्जन किया। महाकुम्भ की व्यवस्था और दिव्य भव्य आयोजन को देखकर सभी पाकिस्तानी श्रद्धालु अभिभूत थे।
महाकुम्भ, न केवल सनातन आस्था बल्कि धर्म और आध्यात्म का विश्व में सबसे बड़ा आयोजन है। पाकिस्तान के श्रद्धालु अपने पूर्वजों की अस्थियों का विसर्जन करने विशेष वीजा लेकर प्रयागराज आये। श्रद्धालुओं के साथ आये रामनाथ जी ने बताया कि पहले सभी हरिद्वार गये थे। वहां अपने लगभग 480 पूर्वजों की अस्थियों का विसर्जन और पूजन किया। इसके बाद प्रयागराज आकर महाकुम्भ में संगम स्नान किया और अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति की प्रार्थना की।
महाकुम्भ में पाकिस्तान से आये श्रद्धालुओं का कहना है कि सनातन आस्था की डोर और महाकुम्भ में स्नान की इच्छा यहां खींच लाई है। उनका कहना है कि न केवल उनकी कई वर्षों से चाहत थी, बल्कि उनके पूर्वजों की भी आस थी कि वो महाकुम्भ में सम्मिलित हो पवित्र त्रिवेणी में स्नान कर सकें और यहां का जल अपने साथ ले जा सकें। भारत सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार का धन्यवाद किया कि उनकी वजह से उन लोगों को सनातन आस्था के दिव्य-भव्य आयोजन में शामिल होने का सौभाग्य मिला।
महाकुम्भ की व्यवस्था बहुत अच्छी है, यहां का वातावरण, यहां का भोजन, साफ-सफाई की व्यवस्था सभी प्रशंसा योग्य है। यहां आ कर न केवल हम धन्य हुए हैं, बल्कि हमारे माता-पिता और पूर्वजों को भी मोक्ष मिल गया है।