हरियाणा (विसंकें). पूर्व राष्ट्रपति स्वर्गीय डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का 84वां जन्मोत्सव मंगलवार को युवा प्रेरणा दिवस के रूप में मनाया गया. गेटवे स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर में आयोजित समारोह में मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य इंद्रेश कुमार जी ने कहा कि व्यावसायिकता में नैतिकता, देशभक्ति के मिश्रण से देश के लिए जिम्मेदार नागरिक तैयार किए जा सकते हैं. उन्होंने विद्यार्थियों को खेल-खेल में जहां जीवनदर्शन का ज्ञान दिया तो वहीं शिक्षा में आगे बढ़ने के लिए उपयोगी टिप्स भी दिए. युवाओं से कहा कि आज प्यार पर भटकाव हावी है, जिसे वेलेंटाइन कहा जाता है. प्यार को वेलेंटाइन का नाम देकर व्यापार किया जा रहा है. जबकि प्रेम में पवित्रता होती है, जिसे मनाने की जरूरत नहीं होती. उन्होंने कहा कि प्यार राधा-कृष्ण, लैला मजनू, सोनी-महिवाल ने किया. उनके प्यार को गाया या जिया जा सकता है, वेलेंटाइन को गाया नहीं जा सकता. उन्होंने कहा कि जब तक सुंदर सोच सुंदर दिमाग वाले लोग नहीं होंगे, तब तक हम दुनिया का सिरमौर नहीं बन सकते.
समारोह के मुख्य अतिथि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने डॉ. कलाम द्वारा सफलता के लिए सुझाए गए सिद्धांत ‘मेहनत इतनी करो कि व्यक्ति का हस्ताक्षर ऑटोग्राफ में तब्दील’ हो जाए को अपनाने की प्रेरणा दी. इस मौके पर कार्यक्रम के प्रमुख संयोजक प्रो. आरके गर्ग ने कहा कि डॉ. कलाम सांस्कृतिक धरोहर के प्रतीक थे.