तमिलनाडु (विसंकें). तमिलनाडु एक ऐसा राज्य है, जिसे आतंक से मुक्त शांत राज्य के रूप में जाना जाता है. लेकिन पिछले कुछ समय से धीरे-धीरे आतंक पीड़ित राज्य के रूप में बदलता जा रहा है. पिछले कुछ समय की घटनाओं पर ध्यान दें तो समझ आएगा कि कैसे जिहादी गतिविधियों व इस्लामी आतंक के कारण राज्य के हालात बिगड़ रहे हैं. हिन्दू मुन्नानी ने घटनाओं पर रिपोर्ट ‘तमिलनाडु इन द ग्रिप ऑफ जिहादी एलीमेंट्स’ तैयार की है. हिन्दू मुन्नानी के सचिव ने बताया कि घटनाओं से प्रदेश में बढ़ती जिहादी गतिविधियों का अंदाजा लगाया जा सकता है.
– इस्लामिक आतंकवादियों द्वारा सब इंस्पेक्टर विल्सन की छुरा घोंपने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गई.
– संसद में नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में मतदान करने वाले एआईएडीएमके सांसद रविंद्रनाथ (उपमुख्यमंत्री के बेटे) पर जिहादियों द्वारा हमला करना.
– अर्थशास्त्री व पत्रकार एस. गुरुमूर्ति के आवास पर पेट्रोल बम फैंके गए.
– सुदामल्ली (तिरुनेलवेली जिले) में मुस्लिमों द्वारा दो महिला जनगणना कार्यकर्ताओं को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी और क्षेत्र को छोड़ने के लिए मजबूर किया गया.
– चेन्नई रिची गली (इलेक्ट्रॉनिक सामान का बाजार) में एक व्यापारी सीएए के समर्थन में नारे लगा कर पेन बेच रहा था, उसे मुस्लिमों द्वारा घेरकर धमकी दी गई.
– रामनाथपुरम, कोयम्बटूर जिले में सीएए के समर्थन में पत्रक बांट रहे संघ व अन्य संगठनों के कार्यकर्ताओं पर मुस्लिमों ने हमला किया.
– और अंत में, नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर जनजागरण कर रहे भाजपा कार्यकर्ता विजय रघु को जिहादी तत्वों ने 27 जनवरी को मार डाला.
हिन्दू मुन्नानी के सचिव ने कहा कि सब इंस्पेक्टर विल्सन के हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि उनका मकसद व योजना तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में हिन्दू नेताओं को मारना था. इन अपराधियों को बचाने में प्रदेश की राजनीतिक दल भी सहयोग कर रहे हैं. कुछ दिन पहले हिन्दू मुन्नानी के कार्यकर्ता की कार पर भी जिहादी तत्वों ने हमला किया था.